राजस्थान के बूंदी में एक 10 साल के बच्चे को आवारा कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला. आवारा कुत्तों ने लड़के पर इस तरह हमला किया और उसके शरीर को इस कदर नोच डाला कि डॉक्टरों को उसका इलाज करने का भी मौका नहीं मिला. बच्चे के शरीर पर कहीं भी ऐसी कोई जगह नहीं बची कि डॉक्टर उसके शरीर पर टाँके लगा सके. ऐसे में बच्चे ने अस्पताल में ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आवारा कुत्तों को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
घटना सदर और बूंदी थाना क्षेत्र के तिखबड़ा गांव की है, जो मांगल ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है. यह गांव क्षेत्रीय जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर है. खबरों के मुताबिक 10 साल के इस बच्चे पर तीन कुत्तों ने हमला किया. तीन कुत्तों ने इस बच्चे पर तीन तरफ से हमला किया कि वह उनके हाथ से बच भी नहीं सका. कुत्तों ने दौड़ाकर बच्चे को नोच डाला। वह चिल्ला रहा था.
इस दिल दहला देने वाली घटना की शुरुआत तब हुई जब मांगीलाल नाम का यह लड़का अपने पिता के घर जा रहा था. उनके पिता उस समय खेत पर काम कर रहे थे. नतीजा यह हुआ कि लावारिस हालत में तीन आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। मांगीलाल ने कुत्तों को भगाना चाहा, उनसे बचना चाहा लेकिन कुत्ते भागे नहीं बल्कि उस पर और हमला कर दिया।
जैसे ही परिजनों को पता चला कि कुत्ते ने बच्चे पर हमला कर दिया है तो वे मौके पर पहुंचे। माता-पिता ने कुत्तों को भगाया, लेकिन तब तक कुत्ता बच्चे के साथ बहुत कुछ कर चुका था। उसके परिजन तुरंत बच्चे को पास के अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
पूरा मामला सामने आने के बाद सदर थाने की पुलिस ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसके बाद परिजनों ने बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया. घटना के बाद अभिभावकों ने पूरे इलाके में आवारा कुत्तों पर ध्यान बढ़ा दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरे इलाके में पहले से ही आवारा कुत्तों का खौफ है. ग्रामीणों ने बताया कि आवारा कुत्ते कभी भी किसी पर भी हमला कर देते हैं। ऐसे में अधिकारियों से कहा गया कि किसी तरह से आवारा कुत्तों की जांच की जाए. अन्यथा बाद में कभी भी इस तरह की घटना दोबारा हो सकती है।