कुछ समय पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में नये जिले बनाने की घोषणा की थी. इसमें उदयपुर जिले की सलूम्बर तहसील भी शामिल है। कुछ निवासी बड़ी संख्या में एकत्र हुए और मांग की कि डूंगरपुर जिले को नव घोषित सलूंबर जिले में शामिल किया जाए। रैली में सैकड़ों लोग शामिल हुए और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र दिया. इसमें कोई संगठन या पार्टी नहीं बल्कि सर्व समाज के लोग शामिल थे। इसमें समाज के लोगो ने डूंगरपुर जिले की आसपुर, साबला (बनकोड़ा) क्षेत्र को सलूंबर में शामिल करने की मांग राखी। लोगों ने रामलुभाया समिति की ओर से ओएसडी प्रतापसिंह को पत्र सौंपा।
सीएम को सौंपे गए रिकॉर्ड से पता चलता है कि राजस्थान में 19 नए निर्वाचन क्षेत्र बनाए गए हैं, जिनमें उदयपुर जिले की सलूंबर तहसील भी शामिल है। सलूम्बर को जिला बनाने का आवेदन 1981 से चल रहा है। इसके बाद उन्होंने कहा कि डूंगरपुर जिले की तहसील साबला, आसपुर और आसपुर उपतहसील बनकोड़ा को सलूम्बर जिले में शामिल करने का मामला सबके सामने आया है। ऐसी खबर फैलते ही स्थानीय निवासियों की खुशी निराशा में बदल जाती है.
ऐसे में इन क्षेत्रों को सौम्बर क्षेत्र में शामिल किया जाना चाहिए, जिससे जिला मुख्यालय की दूरी कम होगी व समाज के लोगो को इसका लाभ मिलेगा। पेपर प्रेजेंटेशन से पहले एक मीटिंग हुई जिसमें सबला सरपंच ने शाखा के बाहर मीटिंग में मोतीलाल मीना से कहा कि हमारे क्षेत्र को जोड़ने से विकास और विजन को गति मिलेगी. हमें उम्मीद है कि जनता की स्थिति को देखते हुए सरकार सही निर्णय लेगी.
क्षेत्र के निवासीयो ने चार किलोमीटर लंबी रैली निकालने के लिए अपने अपने ब्यबसायो को बंद रखा। इस बीच उदयपुर से बांसवाड़ा कैबिनेट मंत्री अर्जुन बामणिया जा रहे थे। लोगों ने कार रोककर उनसे पूछा। बामनिया मंत्री को विश्वास है कि वह जनता की इच्छाओं को सरकार तक पहुंचाकर जनता की इच्छाओं का जवाब देंगे।