राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी का मुद्दा उठाकर लगातार गहलोत सरकार पर हमला बोला था. वहीं, भीलवाड़ा में राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत सरकार पर फिर हमला बोला. गुढ़ा ने शांति धारीवाल के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि राजस्थान मर्दो का राज्य है.
दरअसल, भीलवाड़ा जिले की कोटड़ी तहसील के नरसिंहपुर पंचायत के गिरदिया गांव में दोपहर के समय जंगल में बकरियां चराने गयी 14 साल की नाबालिग लड़की के साथ भेडियो ने क्रूरता की हद पार कर दी. उन भेडियो ने गैंग रैप के सबूत नष्ट करने के लिए नाबालिग को आग में जिंदा जला दिया. इस घटना ने न केवल राज्य बल्कि पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया, हालांकि पुलिस ने हस्तक्षेप किया। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
भीलवाड़ा में हुए तंदूर कांड को लेकर गहलोत सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर हमला बोला है. सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करते हुए गुढ़ा ने लिखा, ”भीलवाड़ा जिले की कोटड़ी तहसील के नरसिंहपुरा गांव के खेतों में दिन-दहाड़े जंगल में बकरिया चराने गई एक 14 साल की नाबालिग बेटी का 4-5 लोगों ने मिलकर रेप करके जिंदा कोयले की धधकती भट्टी में डाल दिया. बिटिया का 80% तक शव जल गया है.”
राजस्थान राज्य बाल कल्याण आयोग की प्रमुख संगीता बेनीवाल ने कहा कि किसी भी बच्चे या रेप पीड़िता का नाम या तस्वीर उजागर नहीं की जानी चाहिए. इस मामले में सज़ा का प्रावधान है. उदाहरण के लिए, दिल्ली में निर्भय गिरोह की हत्या के मामले में, तस्वीर में मारे गए व्यक्ति का नाम जारी नहीं किया गया था। बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
गौरतलब है कि विधानसभा में सरकार के मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी. उस वक्त उन्होंने कहा था कि यह मर्दों का प्रदेश है, इसलिए ऐसे हादसे हो रहे हैं. इस विवाद के बाद विपक्ष ने मंत्री शांतिलाल धारीवाल पर हमला बोल दिया. उसके बाद विधानसभा में खूब हंगामा हुआ था.