राजस्थान में आप 15 अगस्त के बाद करेगी चुनावी शंखनाद, विधानसभा चुनाव को लेकर जल्द जारी कर सकती है प्रत्याशियों की पहली लिस्ट

दिल्ली और फिर पंजाब के विधानसभा चुनावों के बाद आम आदमी पार्टी के हौंसले बुलंद हैं और यह सच है कि आम आदमी पार्टी की नजर अब 2023 में होने वाले राजस्थान के विधानसभा चुनावों पर है। चाहे वे यहां सरकार बनाएं या नहीं। लेकिन उत्साह ऊँचा और जुनून जारी है। आम आदमी प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल से बातचीत करते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि पार्टी आगामी चुनाव में 200 विधानसभाओं सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के बाद उम्मीदवारों की पहली सूची भी सामने आ जाएगी. पालीवाल ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने सत्ता संभाली है, लेकिन दोनों पार्टियां मिलीभगत कर जनता को गुमराह कर रही हैं।

पोलीवाल ने कहा कि दिल्ली में काम करने के बाद हमने पंजाब में जीत हासिल की और कल्याणकारी कार्यक्रम भी स्थापित किए। दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने निजी स्कूलों को पछाड़ दिया। चिकित्सा और बिजली के मामले में गहलोत सरकार ने चुनाव के तुरंत बाद कार्रवाई की, जबकि हमारी सरकार ने शुरू से ही जनता को लाभ पहुंचाया. वे राजस्थान में दिल्ली और पंजाब सिस्टम लागू करेंगे.

पालीवाल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस का गठबंधन है, गहलोत और वसुंधरा राजे का गठबंधन है, पांच साल कांग्रेस का शासन फिर पांच साल बीजेपी का शासन है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. हम पूरे 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लडेंगे और जल्द ही सूची प्रकाशित करेंगे।

दोनों पार्टियों ने जनहित में काम नहीं किया. लेकिन जब अनुदान की बात आती है तो वे कुछ नहीं देते, हमने छह महीने में 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी, लेकिन पंजाब सरकार बनने के बाद हमने फिर भी दिल्ली को अनुदान दिया। यह कार्य राजस्थान के किसी भी भाग में नहीं किया जा रहा है। राजस्थान में इस बार बदलाव होगा.

नवीन पालीवाल ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए राजस्थान की कानून व्यवस्था के बारे में पूछा और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था फेल हो गई है. नियम सख्त नहीं हैं. राजस्थान में बलात्कार, हत्या और कई आपराधिक मामले सामने आए लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नहीं हुई।

नवीन पालीवाल ने कहा कि ये लोग हमारे नेताओं को जेल में डाल रहे हैं लेकिन उन पर लगे आरोप सही नहीं हैं. मनीष सिसौदिया भले ही जेल में हों, लेकिन निर्दोष हैं. भाजपा और कांग्रेस आम आदमी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वे आम आदमी की आवाज को चुप नहीं करा पाएंगे।

कुमार विश्वास के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कुमार विश्वास जनता के हैं और अब भी हैं. कुमार विश्वास कवि हैं, उनके पास समय नहीं है, राजनीति में समय देना पड़ता है. सड़कों पर आना पड़ता है. वह नहीं आते हैं. उन्होंने कहा कि हम बदलाव करके रहेंगे और राजस्थान में अपना खाता खोलेंगे.

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