बगरू विधानसभा सीट राजस्थान की एक प्रसिद्ध विधानसभा सीट है जहां कांग्रेस ने 2018 में जीत हासिल की थी। इस बार लोग तय करेंगे कि बगरू विधानसभा परिणाम से किसे फायदा होगा। हम आपके लिए विस्तृत जानकारी लाते हैं, जिसमें उम्मीदवारों की सूची, पार्टी अभियान और रैली वेबसाइट पर अन्य जानकारी, साथ ही विजेता, उपविजेता, वोट शेयर और बहुत कुछ शामिल है।
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बगरू विधानसभा राजस्थान के जयपुर जिले में है। 2018 में, बगरू की कुल उपस्थिति दर 45% थी। 2018 में कांग्रेस की गंगा देवी ने भारतीय जनता पार्टी के कैलाश चंद्र वर्मा को हराकर 5 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। बगरू विधानसभा में 30 ग्राम पंचायते है और शहरी क्षेत्र में 21 नगर निगम वार्ड है। और बगरू भी खुद एक नगर पालिका के अंदर्गत आती है। पहले बगरू विधानसभा सांगानेर की विधानसभा का हिस्सा थी। वर्तमान में मालवीय नगर का कुछ हिस्सा भी बगरू विधानसभा में आता है। बगरू विधानसभा जब से बनी है तब से अभी तक सिर्फ तीन वार चुनाव हो चुके है। जिसमे राजस्थान सरकार की तरह ही एक बार कांग्रेस की जीत तो एक बार बीजेपी की जीत होती है।
2008 में बगरू विधानसभा परिसीमन के बाद कांग्रेस ने गंगा देवी को टिकट दिया और चुनाव जीत लिया। लेकिन 2013 में कांग्रेस ने गंगा देवी को टिकट न देकर उनके देवर प्रहलाद रघु को टिकट दिया। प्रहलाद रघु चुनाव हार गए। उसके बाद 2018 में सबक सीखने के बाद कांग्रेस ने फिर से गंगा देवी को टिकट दिया और चुनाव जीत लिया। लेकिन इस बार गंगा देवी के परिवार से किसी उम्मीदवार को टिकट देने की चर्चाएं चल रही है। कहा तो यह भी जा रहा है की अगर प्रहलाद रघु को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो वह कांग्रेस के बागी होकर चुनाव लड़ सकते है। तो ऐसे में बगरू विधानसभा सीट पर कांग्रेस में बगावत का खतरा मंडरा रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव योगेश नागर की भी युवा में बहुत चर्चा चल रही है। बगरू विधानसभा क्षेत्र के युवाओं का मानना है कि इस बार अगर कांग्रेस युवा चेहरा योगेश नागर को अपना प्रत्याशी बनाती है तो भारी मतों से कांग्रेस को जीताने की बात करते हैं।
वहीं बीजेपी के भी कई ऐसे प्रत्याशी है जो कैलाश वर्मा की टिकट कटने का इंतजार कर रहे है।