अलवर पुलिस ने बुजुर्गों से लॉटरी जीतने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, कई आपराधिक गतिविधियां भी सामने आई हैं. कोतवाली थाने के पुलिस अधिकारी नरेश शर्मा ने बताया कि याचिकाकर्ता ने 22 अगस्त को रिपोर्ट दी कि मेरी भाभीजी, जो कोलकाता में रहती है, मेहमान बनकर मुझसे मिलने आई थी. जो सुबह 9:30 बजे मंदिर जा रही थीं. रास्ते में दो युवकों ने लॉटरी खरीदने के बहाने उनकी भाभी से सोने की अंगूठी (करीब 10 ग्राम) उतरवा ली।
पुलिस टीम ने उपकरण एवं तकनीकी सहायता से घटना में शामिल दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान गिरफ्तार लोगों ने कबूल किया कि उन्होंने कई धोखाधड़ी की हैं. 22 अगस्त को पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने पिजन पार्क नंबर 1 अलवर को एक महिला से धोखाधड़ी की। नंबर 3 को अलवर में मानसी अस्पताल के पास, सेठी अस्पताल के पास एक व्यक्ति को लॉटरी के तहत 6,000 रुपये की ठगी की, नम्बर 3 अलवर में एक व्यक्ति से लॉटरी का झांसा देकर एक सोने की अंगूठी ले जाना कबूला है।
पुलिस ने गोविंद उर्फ विक्की पुत्र महावीर प्रसाद निवासी वार्ड नं. 19, खैरथल थाना क्षेत्र एसबीआई बैंक के पास, पंकज तिवारी उर्फ मुनिया तिवारी पुत्र हरिप्रकाश तिवारी, निवासी दांतला रोड, खैरथल थाना क्षेत्र, पेट्रोल पंप के सामने खैरथल थाना इलाका को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ खैरथल थाने में पन्द्रह मामले दर्ज हैं. पुलिस ने तीन नकली सोने की अंगूठियां, एक सोने की अंगूठी, 200-200 रुपये के मनोरंजन नोट, १०० रुपये के मनोरंजन नोट, 500 रुपये के मनोरंजन नोट, 20 लॉटरी टिकट और दो मोबाइल फोन जब्त किए।