राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस प्रक्रिया में बीजेपी गहलोत को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है. अब बीजेपी प्रदेश के बिजली संकट को लेकर कांग्रेस पर हमलावर है. पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार में इस प्रदेश के गांवों में 22-24 घंटे बिजली मिलती थी. ट्रांसफार्मर खराब होने के 72 घंटे के भीतर बदल दिया जाता था। पहले नया बिजली कनेक्शन 72 घंटे में मिल जाता था, लेकिन आज गहलोत की कांग्रेस सरकार ने लोगों को अंधेरे में धकेल दिया है।
वसुंधरा ने कहा कि लोगों ने अपने इन्वर्टर पैक कर दिए थे। पूर्व सीएम ने आज कहा कि तीनों डिस्काॅम्स कंपनियों को 90 हजार करोड़ से ज्यादा का घाटा हुआ है. इससे राज्य की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. 2013 में जब कांग्रेस सरकार चली गई तो इन तीनों कंपनियों पर 72 हजार करोड़ रुपये का कर्ज रह गया था. जब हमारी सरकार बनी तो हमने अकाउंटिंग फर्मों को घाटे से बचाने के लिए 62,000 हजार करोड़ रुपये का ऋण मांगा।
पूर्व सीएम राजे ने कहा कि हमारी नीति के कारण डिस्काॅम्स कंपनियों को 15 हजार करोड़ का फायदा हुआ था. वह आज 4 हजार करोड़ प्रतिवर्ष रह गया है. आज बिजली विभाग पूरी तरह कांग्रेस सरकार कुप्रबंधन का शिकार हो चुका है। सरकार का कोयला खरीदने का कोई इरादा नहीं है. वोल्टेज कम ज्यादा होने से किसानों के पंप जल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज किसान, आम नागरिक और व्यवसायी अघोषित बिजली से चिंतित हैं.