बूंदी, 8 सितंबर। जिले में बिजली और सिंचाई के पानी की समस्याओं से जूझ रहे किसानों को अपनी ही सरकार से राहत दिलाने में विफल रहने पर राज्य के खेल एवं सूचना जनसंपर्क राज्य मंत्री अशोक चांदना को आज राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर धरने पर बैठने पर मजबूर होना पड़ गया। अशोक चांदना ने विद्युत विभाग की कार्य प्रणाली से नाराज होकर जिला कलेक्ट्रेट घेराव की चेतावनी दी थी । चेतावनी के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मंत्री अशोक चांदना के साथ मीटिंग कर कहा कि 3 दिन के अंदर हिंडोली नैनवा में विद्युत विभाग द्वारा किसानों की सभी समस्याओं का हल कर दिया जाएगा।
जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आज हिंडोली नेनवा क्षेत्र के किसानों की जनसुनवाई का आयोजन मंत्री अशोक चांदना द्वारा किया गया। जनसुनवाई में आए किसानों ने जब अपनी पीड़ाएं मंत्री चांदना के सामने रखी तो उन्होंने अधिकारियों से जवाब मांगा। अधिकारी जवाब नहीं दें पाए। चांदना ने आरोप लगाया कि के पाटन बूंदी विधानसभा क्षेत्र के किसानों को डीपी उपलब्ध करा दी गई। जबकि हिंडौली नैनवा के किसान अभी तक बिजली पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। किसानो को डीपी अभी तक नहीं मिली।
अशोक चांदना ने जनसुनवाई के दौरान विद्युत विभाग के अधिकारियों से हिंडोली क्षेत्र की 96 डीपी की पेंडेंसी को लेकर वार्ता की तो विद्युत विभाग के अधिकारी कोई संतोष पूर्ण जवाब मंत्री को नहीं दे पाए। मंत्री चांदना ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से कहा कि आप मंत्री को दबाना चाहते हो तो मंत्री बकरी का बच्चा नहीं है जो आप लोगों से दब जाएगा। जब विभाग के अधिकारी संतोष जनक जवाब नहीं दे पाए तब मंत्री चांदना क्षेत्र वासियों के साथ बस स्टैंड के बाहर विद्युत विभाग के खिलाफ धरना देने केलिए पहुंच गए । उन्होंने कहा कि एक दिन 5 दिन या 10 दिन लग जाए जब तक डीपी की पेंडेंसी पूरी नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा।