राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय का महिला शिक्षक सम्मेलन सम्पन्न

-संगठन में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण : तैलंग

राजसमंद। किसी भी संगठन की मजबूती और व्यापकता के लिए उस संगठन में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण होती हैं शिक्षक संघ बालकों से जुड़ा संगठन है जो व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है। समाज को सही दिशा प्रदान करना महिला शिक्षक का दायित्व है। बालकों में प्रेम, दया, करुणा, सहनशीलता, सेवा और संस्कारों के बीजारोपण में महिला शिक्षकों की विशेष भूमिका है अतः राष्ट्रवादी विचार से ओतप्रोत राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय से अधिकाधिक शिक्षिकाएं जुड़े और बालकों में मानवीय मूल्यों की स्थापना से संस्कार वान भारत के निर्माण में सहयोगी बने ऐसा प्रयास सभी को मिलकर करना चाहिए। ये विचार सम्मेलन की मुख्य वार्ता कार डा रचना तैलंग ने राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय द्वारा गायत्री शक्ति पीठ राजसमंद सभागार में आयोजित जिला महिला शिक्षक सम्मेलन में व्यक्त किए।

जिला मीडिया प्रभारी सतीश आचार्य और राजेंद्र सिंह चारण ने बताया कि प्रारंभ में सम्मेलन संयोजक मधु पालीवाल और सह संयोजक किरण माली ने सभी का स्वागत किया। सम्मेलन जिला संगठन मंत्री किरण माली ने कहा कि शिक्षिकाएं बालकों के साथ स्नेह पूर्ण व्यवहार के द्वारा उनमें देश समाज के प्रति संवेदनशीलता और मानवीय मूल्यों का विकास करे तो देश की आने वाली पीढ़ी देशभक्त और संस्कार वान होगी। सम्मेलन की पर्यवेक्षक डा कोशल्या सोलंकी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय में महिलाओं की पर्याप्त सदस्य संख्या है लेकिन हम सभी को सामूहिक प्रयास से अधिकाधिक संख्या में उन्हें सदस्य बनाने का प्रयास करना चाहिए। सम्मेलन में मुख्य अतिथि राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है।

भारत की प्राचीन व्यवस्था में गुरुकुल अपना महत्व पूर्ण स्थान रखते थे अंग्रेजों ने योजना पूर्वक उनको समाप्त किया और अपनी आवश्यकता के अनुसार शिक्षा तंत्र खड़ा किया। हमारी संस्कृति में गुरु को ईश्वर से भी महत्वपूर्ण स्थान रहा है। बालकों को संस्कार वान बनाना सबसे बड़ी देश सेवा हे। कोई भी संगठन दुनियां की आधी आबादी के सहयोग के बिना वांछित सफलता प्राप्त नहीं कर सकता इसलिए शिक्षक संघ राष्ट्रीय को भी अपने सदस्यता अभियान की समीक्षा करनी चाहिए और कुल सदस्य संख्या का 50 प्रतिशत शिक्षिकाओं को सदस्य और संगठन में पदाधिकारी बनाना चाहिए। कार्यक्रम में इंदु टांक , मधु पालीवाल भावना पालीवाल।

कार्यक्रम मेंराधा जोशी, सरस्वती पालीवाल, इंद्रा जोशी, लक्ष्मी मौर्य, झमकू सोनी, सुधा कुमारी, पुष्पा जोशी, वैशाली राजोरा, तारा पारीक, निधि बटवाल, उषा मेवाडा, कल्पना खंडेलवाल , जतन कुमारी रेबारी, योगिता लोहार, सरोज सोनी, सपना शर्मा, अंजली कुमारी, प्रतिभा शर्मा, लता सनाढ्य, संगीता बडगुर्जर, सोनिया शर्मा, सेजल चौहान, तनु श्री पालीवाल, पार्वती बागोरा, पिंकी खटीक, अंतिम बाला, शालिनी सनाढ्य, मीनल सनाढ्य, आशा उपाध्याय, काजल दवे, दुर्गा कुमारी यादव, कोमल कुंवर प्रदेश शैक्षिक प्रकोष्ठ संजोयक राजेश्वर त्रिपाठी, जिला चुनाव प्रभारी डॉ. हीरा लाल लोहार, जिला सभाध्यक्ष तिलकेश त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष यशवंत कुमार जोशी, जिला संगठन मंत्री मनोज कुमार पालीवाल, जयराम सिंह , आमेट अध्यक्ष हरिओम सिंह चुंडावत ,शिव दास वैरागी, ईश्वर सिंह कुंपावत, किशन सिंह चुंडावत, दिनेश पालीवाल, पूर्व जिला अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, शारीरिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष दिनेश सनाढ्य, गणेश कुमावत, विनोद आचार्य सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पदमा शर्मा ने किया

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