-बिना किसी सक्षम स्वीकृति रिवर फ्रंट का निर्माण करने वाले अधिकारियों पर हो ठोंस कार्यवाही: गुंजल
कोटा 12 सितम्बर । कोटा उत्तर पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि कल मैने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था की रिवर फ्रंट विधि विरुद्ध बनाया गया है इसके निर्माण में संपूर्ण नियमों का वॉयलेशन हुआ है मेरे आग्रह के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के आला अधिकारियों को बुलाकर जब कागजों की जॉच की तो मेरी बात प्रमाणित पाई गई तब मुख्यमंत्री व सरकार ने मान लिया की कही ना कही ये ब्लैंडर है और मुख्यमंत्री जी ने अपना दौरा कैंसिल कर दिया पर मुख्यमंत्री जी दौरा कैंसिल करने मात्र से नगर विकास न्यास का दोष खत्म नहीं होता इस पूरे प्रकरण में जो भी अधिकारी व मंत्री शामिल हैं उनके खिलाफ ठोस कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि भविष्य में फिर इस तरह की पुनरावृति नहीं हो।
उन्होंने कहा कि सरकार का 1500 करोड़ रुपया एक ब्लेंडर में मिस कर दिया जावे फिजुल खर्ची कर दी जावे, सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, वाइल्ड लाइफ सबके नियमों को ताक पर रख कर इतनी बड़ी फिजुल खर्ची हो जावे और वो भी सरकार के स्तर पर में समझता हूं मुख्यमंत्री जी उद्घाटन के कार्यक्रम को निरस्त करने से काम नहीं चलेगा। गुंजल ने कहा कि मैं पिछले 3 साल से कह रहा हूं की रिवर फ्रंट का निर्माण अवैध व अवैधानिक है। साथ ही उन्होंने कहा कि चंबल रिवर फ्रंट का निर्माण प्रारंभ होने से पूर्ण होने तक के समस्त टेंडरो की पूरी पत्रावली को तलब करते हुए इसमें हुए करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार की भी जांच होनी चाहिए।
गुंजल ने कहा कि रिवरफ्रंट के नाम पर करोड़ों रुपए के कमीशन का खेल हुआ है उन्होंने कहा कि यदि अभी जांच नहीं होती है तो हमारी सरकार आने के बाद इसकी जांच कराई जाएगी व दोषी अधिकारियों को जेल जाना होगा। गुंजल ने कहा कि सिर्फ रिवर फ्रंट ही नहीं शहर में हुए अन्य कामों में भी भारी भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि अपने बेटे की लॉन्चिंग व भारी कमीशन के चक्कर में मंत्री ने शहर को आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया के हवाले कर दिया जिसने शहर को भूल भुलैया बनाने के साथ ही ब्लैक स्पॉट का शहर बना कर रख दिया।