रमा ! यदि तेरी जगह कोई और स्त्री मुझे मिली होती तो वह कब का मुझे छोड़ कर जा चुकी होती…. DR. B.R AMBEDKAR

रमा ! यदि तेरी जगह कोई और स्त्री मुझे मिली होती तो वह कब का मुझे छोड़ कर जा चुकी होती…. लंदन, 30 दिसंबर 1930 प्रस्तुति: डॉ एम एल परिहार, जयपुर रामू ! तू कैसी है, यशवंत कैसा है, क्या वह मुझे याद करता है? उसका बहुत ध्यान रखना रमा ! हमारे चार मासूम बच्चे … Read more