जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के रामगढ़ बांध इलाके में कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) कराने के लिए राज्य सरकार और एक निजी कंपनी मिलकर ड्रोन परीक्षण कर रही है। लेकिन लगातार दूसरे दिन भी यह प्रयोग असफल रहा। रविवार को ट्रायल के दौरान ड्रोन 200 फीट की ऊंचाई से गिर गया।
ट्रायल के दौरान खेत में जा गिरा ड्रोन
वैज्ञानिकों द्वारा उड़ाया गया ड्रोन जीपीएस सिग्नल की समस्या के चलते गोपालगढ़ गांव के खेत में जा गिरा। यह घटना बांध के गुंबद से करीब 3 किलोमीटर दूर हुई। शनिवार को भी ड्रोन उड़ान के दौरान असफल रहा था।
तीसरी बार में उड़ सका ड्रोन
इससे पहले शनिवार को तीसरे प्रयास में ड्रोन को सफलतापूर्वक 400 फीट की ऊंचाई तक उड़ाया गया था। यह करीब 35 मिनट तक आसमान में रहा और 25 किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान मौसम, आर्द्रता, बादलों की स्थिति और जलवायु का अध्ययन किया गया। मौके पर जमवारामगढ़ विधायक महेंद्रपाल मीना भी मौजूद रहे।
पहले दिन पूजा और भीड़ से प्रभावित हुआ GPS
12 अगस्त को पहले दिन प्रयोग से पहले वैज्ञानिकों ने पूजा-अर्चना और हवन करके सफलता की कामना की। हालांकि भारी भीड़ जुटने और मोबाइल नेटवर्क पर लोड बढ़ने के कारण GPS ने सही से काम नहीं किया। पहले दो प्रयास असफल रहे, लेकिन तीसरे प्रयास में ड्रोन उड़ सका।
60 क्लाउड सीडिंग ड्राइव की योजना
यह प्रोजेक्ट अमेरिका और बेंगलुरु की एक निजी कंपनी के साथ मिलकर राज्य सरकार करवा रही है। शुरुआती चरण में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से 60 क्लाउड सीडिंग टेस्ट ड्राइव की जाएंगी। यह प्रक्रिया दो महीने तक चलेगी और फिलहाल इसे निशुल्क कराया जा रहा है। यदि प्रयोग सफल रहता है तो भविष्य में बड़े ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।