जयपुर में रविवार को हुई राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने पुलिस की मदद करते हुए नकलची अभ्यर्थी को पकड़ लिया। 20 वर्षीय आरोपी भूपेंद्र सिंह (निवासी धौलपुर, वर्तमान में तेजाजी नगर, जयपुर) मुरलीपुरा परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने पहुंचा था। बायोमेट्रिक जांच और एआई आधारित फोटो मिलान में सामने आया कि उसने पहले अपने रिश्तेदार की जगह परीक्षा दी थी।
रिश्तेदार की जगह दी थी परीक्षा
डीसीपी (पश्चिम) हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि भूपेंद्र ने पहले अपने रिश्तेदार धर्मवीर गुर्जर की जगह प्री डी.एल.एड परीक्षा 2025 दी थी। धर्मवीर इस परीक्षा में सफल होकर फिलहाल सवाई माधोपुर के शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में पढ़ाई कर रहा है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने भूपेंद्र और धर्मवीर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
मल्टी-लेयर्ड परीक्षा सुरक्षा प्रणाली का कमाल
पुलिस के मुताबिक इस बार भूपेंद्र खुद कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में बैठा था। बायोमेट्रिक स्कैन और एआई तकनीक से उसके पिछले रिकॉर्ड से मेल खा गया और तुरंत अलर्ट जारी हुआ। “मल्टी-लेयर्ड परीक्षा सुरक्षा प्रणाली” ने भूपेंद्र के फिंगरप्रिंट और फोटो को पुराने डेटा से मिलाकर उसकी पहचान कर ली।
13 संदिग्धों की पहचान
एडीजी (एसओजी) वी.के. सिंह ने जानकारी दी कि अब तक एआई की मदद से ऐसे 13 संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान हो चुकी है, जिन्होंने पहले की परीक्षाओं में धोखाधड़ी की थी। सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्यों खास है यह तकनीक?
एआई आधारित यह प्रणाली बायोमेट्रिक और फोटो को केंद्रीकृत डेटाबेस से क्रॉस-चेक करती है। इससे किसी भी उम्मीदवार के पुराने रिकॉर्ड तुरंत सामने आ जाते हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस तकनीक के इस्तेमाल से भविष्य में नकल और फर्जी परीक्षार्थियों पर लगाम लगेगी। राजस्थान की सबसे बड़ी भर्तियों में शामिल कांस्टेबल परीक्षा (10 हजार पदों के लिए 5.24 लाख अभ्यर्थी) में इस बार सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तकनीक का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।