नई दिल्ली, 17 अगस्त 2025 — भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर विपक्षी दलों ने तीखे सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और फर्जी वोटरों जैसे गंभीर मुद्दों पर कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
चुनाव आयोग ने रविवार को विपक्ष द्वारा लगाए गए ‘वोट चोरी’ और दोहरे मतदान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बिना सबूत लगाए गए आरोप जनता को गुमराह करने वाले हैं। आयोग का कहना है कि अगर मतदान प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी होती है तो 45 दिनों के भीतर हाईकोर्ट में याचिका दायर की जा सकती है, लेकिन बार-बार भ्रामक शब्दों का इस्तेमाल करना संविधान का अपमान है।
कांग्रेस का हमला: “महादेवपुरा के 1 लाख फर्जी वोटरों का जवाब दें”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सवाल उठाया कि क्या चुनाव आयोग ने उन 1 लाख फर्जी वोटरों पर कोई सफाई दी है, जिन्हें कांग्रेस ने महादेवपुरा में उजागर किया था। खेड़ा ने कहा, “हम उम्मीद कर रहे थे कि ज्ञानेश कुमार गुप्ता हमारे सवालों का जवाब देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” झारखंड कांग्रेस के नेता राजेश ठाकुर ने कहा कि आयोग का प्रेस संबोधन विवादास्पद है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब प्रधानमंत्री और बड़े नेता मतदान करते हैं तो कैमरे पर उनकी तस्वीरें दिखाना ‘निजता का उल्लंघन’ नहीं होता, लेकिन अगर आम नेता या मतदाता की तस्वीरें सामने आती हैं तो इसे उल्लंघन क्यों माना जाता है?
दिग्विजय सिंह ने उठाए निष्पक्षता पर सवाल
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा को वोटर लिस्ट की सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराई गई है, जबकि विपक्ष के पास यह सुविधा नहीं है। “क्या यही निष्पक्षता है?” उन्होंने पूछा।
कांग्रेस का सोशल मीडिया पर व्यंग्य
कांग्रेस केरल ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सोशल मीडिया में व्यंग्य करते हुए इसे “नारियल के खोल में चुनाव आयोग की ब्रीफिंग” बताया और आरोप लगाया कि आयोग असल सवालों से बच रहा है। RJD नेता मनोज झा ने कहा कि संविधान के नाम पर उसकी धज्जियां नहीं उड़ाई जा सकतीं। RJD नेता मृत्युंजय तिवारी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग, भाजपा आयोग बनकर केंद्र सरकार की स्क्रिप्ट पढ़ रहा है। CPI(M) सांसद डॉ. वी शिवदासन ने कहा कि आयोग ने विपक्ष के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया और उसकी स्वतंत्रता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
चुनाव आयोग का पक्ष
CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा कि दोहरे मतदान के आरोपों पर जब सबूत मांगे गए, तो विपक्ष ने कोई ठोस प्रमाण नहीं दिया। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग निष्पक्ष है और ऐसे आरोपों से न तो आयोग डरता है और न ही मतदाता।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।