जयपुर। जुलाई में उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद से गायब चल रहे जगदीप धनखड़ अब सामने आए हैं। लगभग डेढ़ महीने बाद वह अपने उत्तराधिकारी सी.पी. राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में दिखाई दिए। उनकी मौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इसी बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने धनखड़ की वापसी पर प्रतिक्रिया दी है।
गहलोत ने क्या कहा?
पत्रकारों ने गहलोत से धनखड़ के शपथ ग्रहण समारोह में नजर आने पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा— “ये तो आप मुझे खबर दे रहे हो कि धनखड़ साहब भी प्रकट हो गए हैं। अभी तक प्रकट नहीं हुए थे। हम सब उनको ढूंढ रहे थे। हम राजस्थान वाले तो इंतजार कर रहे हैं क्योंकि वह राजस्थान के रहने वाले हैं। हमारे तो उनसे व्यक्तिगत संबंध भी अच्छे रहे हैं।” गहलोत ने आगे कहा कि अब वह धनखड़ से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा— “अब आपने मुझे खुशखबरी दी है तो मैं मालूम करता हूं कि वो कब मिलेंगे, कहां मिलेंगे, वो यहां आएंगे या हमें जाना पड़ेगा।”
इस्तीफे पर गहलोत का पुराना बयान
धनखड़ के 21 जुलाई को अचानक दिए इस्तीफे पर गहलोत ने पहले ही हैरानी जताई थी। तब उन्होंने कहा था— “लोकसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति दबाव में काम कर रहे हैं। भाजपा और आरएसएस सत्ता के शीर्ष संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों पर अनुचित दबाव डाल रही है। यही वजह है कि धनखड़ को इस्तीफा देना पड़ा।” गहलोत ने तब दावा किया था कि धनखड़ के इस्तीफे के पीछे ‘कुछ न कुछ गड़बड़’ जरूर है।
अब जब धनखड़ सार्वजनिक मंच पर लौटे हैं, तो राजनीतिक हलकों में यह सवाल गूंज रहा है कि क्या वह चुप्पी तोड़कर अपने इस्तीफे और गायब रहने की असली वजह सामने रखेंगे।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।