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राजस्थान में किसानों को राहत: ट्रांसमिशन लाइन से प्रभावित जमीन पर मिलेगा दोगुना मुआवजा

जयपुर। राजस्थान सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए ट्रांसमिशन लाइनों से प्रभावित जमीन पर मुआवजे की नीति में संशोधन को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 400 केवी और उससे अधिक क्षमता वाली ट्रांसमिशन लाइनों के लिए नई मुआवजा नीति को स्वीकृति दी है। इससे राज्य के लाखों किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिनकी जमीन इन उच्च क्षमता की ट्रांसमिशन परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित की जाती है।

सरकार के इस फैसले के तहत अब किसानों को ट्रांसमिशन टावरों के आधार क्षेत्र के लिए डीएलसी दर पर पहले से मिलने वाले 200% मुआवजे के अतिरिक्त और 200% अतिरिक्त मुआवजा भी मिलेगा। टावर के चारों पैरों से घिरे हुए क्षेत्र को आधार क्षेत्र माना जाएगा, जिसमें हर तरफ एक-एक मीटर का अतिरिक्त दायरा भी जोड़ा जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि पथाधिकार यानी आरओडब्ल्यू (Right of Way) कॉरिडोर के तहत भी किसानों को मुआवजा मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि मूल्य का 30%, नगर पालिका एवं अन्य शहरी नियोजन क्षेत्रों में 45% और नगर निगम या महानगरीय क्षेत्रों में 60% तक मुआवजा राशि तय की गई है।

ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने बताया कि यह निर्णय प्रदेश में बिजली के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा और ट्रांसमिशन परियोजनाओं को गति मिलेगी। इसके साथ ही किसानों को उनके खेतों में हुई क्षति की भरपाई उचित रूप से मिलेगी।

यह संशोधित नीति 8 नवंबर 2024 को लागू की गई पूर्व नीति का ही विस्तार है, जो अब 132 केवी से बढ़ाकर 400 केवी या उससे अधिक क्षमता की ट्रांसमिशन लाइनों पर लागू होगी। इस नीति का लाभ पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, ट्रांसमिशन लाइसेंसधारियों और निजी कंपनियों द्वारा संचालित सभी अंतर-राज्यीय और अंतः-राज्यीय ट्रांसमिशन परियोजनाओं में लागू होगा।

ट्रांसमिशन पथाधिकार वह क्षेत्र होता है जहाँ ट्रांसमिशन लाइनें स्थापित की जाती हैं और जिन इलाकों में ये लाइनें गुजरती हैं, वहाँ पेड़-पौधे या अन्य निर्माण कार्य हटाए जाते हैं ताकि विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से हो सके। इस नीति के लागू होने से अब किसानों को इन असुविधाओं के लिए उचित मुआवजा मिलेगा, जो वर्षों से उनकी एक प्रमुख मांग रही है। यह फैसला ना सिर्फ किसानों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करता है, बल्कि राज्य में ऊर्जा अवसंरचना को भी सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।

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Author: manoj Gurjar

मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।

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