भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण हालात में सोमवार की रात एक सुखद मोड़ लेकर आई। हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार सीमा पर गोलीबारी या ड्रोन हमले की कोई सूचना नहीं मिली है। भारतीय सेना ने मंगलवार सुबह पुष्टि की कि जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में रात सामान्य और शांतिपूर्ण रही।
भारतीय सेना के अनुसार, सोमवार की रात को सीमा पर किसी भी प्रकार की गोलीबारी या घुसपैठ की खबर नहीं आई। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस) के बीच हॉटलाइन वार्ता की तैयारी चल रही है। बातचीत आज शाम 4 बजे के बाद होगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक संपन्न हुई। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में आगे की रणनीतिक और राजनीतिक दिशा पर निर्णय लिए गए हैं।
भारतीय डीजीएमओ शाम को पाकिस्तान के समकक्ष से बातचीत में भारत की स्थिति स्पष्ट करेंगे। सैन्य सूत्रों के अनुसार, भारत अब भी “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति पर कायम है, लेकिन शांति की हर संभावना को अवसर देने को तैयार है।
सीमा पर सामान्य होती स्थिति
राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर भी सोमवार रात शांति रही। साथ ही जम्मू के रियासी जिले में स्थित चेनाब नदी पर बने सलाल बांध में हलचल दर्ज की गई, जहां एक गेट खुला पाया गया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह एक रूटीन गतिविधि हो सकती है।
DGMO आज करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के संचालन महानिदेशक आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले हैं, जिसमें बॉर्डर पर स्थिति और भारत की तैयारी पर जानकारी दी जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज
इस बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि वर्तमान हालात और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जा सके। उन्होंने कहा, “हम युद्ध नहीं, शांति चाहते हैं, लेकिन देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।”
निष्कर्ष
हालिया घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव के शांत होने की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि, दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच होने वाली बातचीत ही यह तय करेगी कि यह शांति कितनी स्थायी होगी।
