लीड्स (24 जून 2025): भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट का आज निर्णायक दिन है। जहां इंग्लैंड को जीत के लिए 350 रनों की दरकार है, वहीं भारत को मैच जीतने के लिए 10 विकेट चटकाने हैं। कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका है — लेकिन इसके लिए उसे तीन अहम पहलुओं पर फोकस करना होगा।
1. इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर पर शुरुआती प्रहार जरूरी
भारत को जीत की नींव पहले सेशन में ही रखनी होगी। अगर जसप्रीत बुमराह और सिराज जैसे मुख्य गेंदबाज इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को झटका दे पाए — विशेषकर क्रॉली, डकेट और रूट को — तो भारत जीत के बेहद करीब पहुंच सकता है।
2. फील्डिंग में चाहिए फौलादी फोकस
पहली पारी में भारत ने छह कैच टपकाए, जिससे इंग्लैंड को मैच में वापसी का मौका मिला। इस बार हर कैच, हर रन और हर थ्रो निर्णायक हो सकता है। शुभमन गिल को खुद फ्रंट फुट पर आकर फील्डिंग में अगुवाई करनी होगी।
3. बुमराह को चाहिए रणनीतिक सहयोग
बुमराह अकेले मैच नहीं जिता सकते। गिल को चाहिए कि वो शार्दुल ठाकुर या कुलदीप यादव जैसे विकल्पों का स्मार्ट इस्तेमाल करें ताकि दूसरे छोर से भी दबाव बने और इंग्लिश बल्लेबाज रन बनाने को मजबूर हों।
मैच की अब तक की स्थिति:
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 471 रन बनाए जिसके जबाव में मेजबान टीम 465 रनों पर सिमट गई और भारत ने 6 रनों की मनोवैज्ञानिक बढत हालिस की। दूसरी पारी में भारत ने रिषभ पंत (118) और राहुल (137) के दम पर 364 रन बनाए और इंग्लैंड को 371 रनों का टारगेट दिया। चौथे दिन स्टंप्स तक इंग्लैंड ने बिना विकेट खोए 21 रन बना लिए थे। आज यानी 24 जून को इंग्लैंड को 350 रन और बनाने हैं जबकि भारत को 10 विकेट चाहिए।
निष्कर्ष: लीड्स टेस्ट भारत के लिए सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और रणनीतिक कौशल का इम्तिहान है। अगर टीम इंडिया उपरोक्त तीन मोर्चों पर ठोस काम करती है, तो जीत तय मानी जा सकती है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।