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इजरायल का ईरान पर भीषण ड्रोन हमला: 15 फाइटर जेट, 6 एयरबेस तबाह, रनवे और बंकर को बनाया निशाना

इजरायली रक्षा बल (IDF) ने सोमवार तड़के ईरान पर भीषण ड्रोन हमले कर दिए। इन हमलों में ईरान के पश्चिमी, पूर्वी और मध्य हिस्सों में स्थित छह प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाया गया। IDF का दावा है कि इस हमले में ईरान के 15 फाइटर जेट, कई हेलीकॉप्टर और महत्वपूर्ण सैन्य बुनियादी ढांचे तबाह हो गए हैं।

रनवे, हैंगर, फ्यूलिंग स्टेशन तबाह

इजरायली सेना ने बताया कि इस ऑपरेशन में F-14 और F-5 जैसे उन्नत लड़ाकू विमानों, AH-1 हेलीकॉप्टरों और एक हवाई ईंधन भरने वाले विमान को टारगेट किया गया। हमलों में एयरबेस के रनवे, अंडरग्राउंड हैंगर, फ्यूलिंग स्टेशन और ऑपरेशनल कंट्रोल रूम को भारी नुकसान पहुंचा है। IDF ने यह भी कहा कि इन हमलों से ईरानी वायुसेना की टेकऑफ और हवाई संचालन क्षमताओं को गंभीर झटका लगा है।

13 जून से जारी है युद्ध, 11वें दिन भी हमले

ईरान और इजरायल के बीच यह संघर्ष 13 जून से चल रहा है। दोनों देशों के बीच ग्यारहवें दिन भी लड़ाई लगातार तेज होती जा रही है। शुरुआत में इजरायल ने ईरान के सैन्य अफसरों और परमाणु वैज्ञानिकों पर हमला किया था, जिसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल के शहरों पर मिसाइलें बरसाईं।

अमेरिका ने भी की एंट्री, परमाणु ठिकानों पर हमला

इस क्षेत्रीय युद्ध में अब अमेरिका भी खुलकर शामिल हो गया है। रविवार सुबह अमेरिकी वायुसेना ने सैकड़ों फाइटर जेट, बमवर्षक विमानों और बंकर बस्टर बमों के जरिए ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर हमला किया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि इन हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम लगभग समाप्त हो गया है।

ईरान की चुप्पी, लेकिन जवाब की चेतावनी

IDF के दावों पर अब तक ईरान की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन ईरानी सेना ने पहले ही संकेत दिया था कि हर हमले का जवाब दिया जाएगा। क्षेत्रीय विशेषज्ञों के अनुसार, अगर ईरान पलटवार करता है, तो यह युद्ध और अधिक भयावह रूप ले सकता है।


स्थिति बेहद संवेदनशील, युद्ध का दायरा बढ़ने की आशंका

इजरायल, ईरान और अमेरिका के बीच यह बढ़ता हुआ युद्ध अब केवल दो देशों की लड़ाई नहीं रह गया है। पश्चिम एशिया में पहले से मौजूद तनाव अब विश्व युद्ध जैसी स्थिति की ओर बढ़ रहा है। चीन ने भी हाल ही में चेतावनी दी थी कि वह ईरान पर हमला “बर्दाश्त नहीं करेगा।” अब निगाहें संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक ताकतों पर टिकी हैं कि वे इस संकट को कैसे संभालते हैं।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।

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