राजधानी जयपुर के लोगों के लिए राहत और विकास की एक बड़ी खबर सामने आई है। जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को अंतिम स्वीकृति मिल गई है। लंबे समय से प्रतीक्षित इस योजना का मसौदा अब मंजूरी के बाद अमल में लाया जाएगा। मेट्रो फेज-2 की अनुमानित लागत लगभग 11,500 करोड़ रुपये होगी।
मेट्रो प्रशासन के अनुसार, इस चरण में मेट्रो रूट कुल 43 किलोमीटर लंबा होगा। प्रस्तावित योजना के तहत हर एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर एक मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा। यह रूट सीतापुरा से टोडी मोड़ तक फैलेगा, जो शहर के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में 10 अप्रैल को इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें कुछ आवश्यक संशोधनों का सुझाव दिया गया था। इन निर्देशों के आधार पर डीपीआर में सुधार किए गए हैं।
योजना के प्रमुख बिंदु:
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एयरपोर्ट कनेक्टिविटी: प्रारंभिक डीपीआर में मेट्रो को एयरपोर्ट के पास तक रखने का प्रावधान था, लेकिन अब इसे स्टेट हैंगर होते हुए टर्मिनल-2 तक भूमिगत मार्ग से ले जाया जाएगा।
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इंटीग्रेशन: खासा कोठी पुलिया के पास पहले से बने और प्रस्तावित दूसरे चरण को जोड़ा जाएगा, जिससे मेट्रो नेटवर्क अधिक प्रभावी हो जाएगा।
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फ्यूचर एक्सटेंशन: प्रारंभिक योजना में रूट को रिंग रोड तक विस्तारित करने का प्रस्ताव था, लेकिन फिलहाल डीपीआर में सीतापुरा से टोडी मोड़ तक के हिस्से को ही अंतिम रूप दिया गया है। रिंग रोड तक के लिए पांच अतिरिक्त मेट्रो स्टेशनों की योजना भविष्य में लागू की जाएगी।
केंद्र सरकार का सहयोग
इस परियोजना में केंद्र सरकार का भी सहयोग रहेगा, जिससे वित्तीय और तकनीकी सहायता सुनिश्चित की जा सकेगी। परियोजना के क्रियान्वयन के बाद जयपुरवासियों को ट्रैफिक से राहत मिलेगी और शहर में सार्वजनिक परिवहन की गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। जयपुर मेट्रो फेज-2 न केवल शहर के ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाएगा, बल्कि यह राजधानी की स्मार्ट सिटी योजना को भी मजबूती देगा।
