नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को राज्यसभा में सपा सांसद जया बच्चन ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि इस हमले में लोगों का भरोसा तोड़ा गया है और शहीदों के परिवारों से सरकार ने अब तक माफी तक नहीं मांगी है। जया बच्चन ने कहा, “जिनके घर उजड़ गए, जिन महिलाओं के सिंदूर मिट गए, उस त्रासदी के बाद भी आपने इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दे दिया। क्या यही संवेदनशीलता है?” उन्होंने सवाल उठाया कि नामों की चमक में दर्द की अनदेखी क्यों होती है।
भाषण के दौरान दिखी नाराजगी, प्रियंका चतुर्वेदी को भी टोका
जया बच्चन के भाषण के दौरान सदन में शोर-शराबा शुरू हो गया। इससे नाराज होकर उन्होंने कहा, “जब आप बोल रहे थे, तब मैंने नहीं टोका, अब जब मैं बोल रही हूं तो मुझे भी शांति से बोलने दें। मेरे कान बहुत तेज़ हैं, सब सुनाई दे रहा है।” इस बीच पास में बैठीं शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने जब उन्हें शांत करने की कोशिश की, तो जया ने सार्वजनिक रूप से कह दिया – “मुझे कंट्रोल मत कीजिए।” प्रियंका इस प्रतिक्रिया से असहज हो गईं और फिर मुस्कराते हुए चेहरा छिपा लिया। यह दृश्य राज्यसभा की कार्रवाई के दौरान कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सदन में लगातार तीखी बहस जारी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा था। लेकिन विपक्षी सांसद सरकार के जवाबों से असंतुष्ट दिखे और कई सवाल दोहराते रहे। जया बच्चन का यह भाषण इस बहस में एक भावनात्मक और मुखर स्वर की तरह सामने आया, जिसने न सिर्फ सरकार की नीति पर सवाल उठाया बल्कि संसद की गरिमा और संवाद के तौर-तरीकों पर भी नई बहस को जन्म दिया।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।