ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा से जुड़े सात अपराधों में दोषी पाए जाने के बाद मंगलवार को मारूचिडोर जिला न्यायालय ने चार साल की जेल की सजा सुनाई। इनमें एक महिला के गला घोंटने के दो मामले, हमला, चोरी और पीछा करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
हालांकि, सजा के बावजूद 55 वर्षीय स्लेटर को रिहा कर दिया गया है क्योंकि वह पहले ही अप्रैल 2024 से हिरासत में रह रहे थे और इस दौरान उन्हें जमानत नहीं मिल पाई थी। न्यायालय ने उनकी सजा का शेष हिस्सा पांच साल के लिए निलंबित कर दिया है, जिसका अर्थ है कि यदि इस अवधि में उन्होंने कोई और गंभीर अपराध किया तो उन्हें फिर से जेल जाना होगा।
न्यायाधीश ग्लेन कैश ने सजा सुनाते समय कहा, “यह स्पष्ट है कि आप शराब की गंभीर लत से जूझ रहे हैं। पुनर्वास आपके लिए एक चुनौती होगा, लेकिन आवश्यक है।” उन्होंने अदालत में स्लेटर के व्यवहार और स्वास्थ्य पर भी चिंता जताई। अप्रैल 2024 में जमानत खारिज होने के समय स्लेटर अदालत में बेहोश हो गए थे और उन्हें जेल अधिकारियों की मदद लेनी पड़ी थी।
1993 से 2001 तक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे स्लेटर ने 74 टेस्ट मैचों में 5,000 से अधिक रन बनाए, जिनमें 14 शतक और 21 अर्धशतक शामिल हैं। 2004 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कमेंट्री की दुनिया में कदम रखा और यूके व ऑस्ट्रेलिया के कई चैनलों के साथ काम किया। हालांकि, 2021 में उनके अनुशासनात्मक मुद्दों के कारण चैनलों ने उनसे दूरी बना ली। स्लेटर को 2022 में भी सिडनी की अदालत से दो साल का सामुदायिक सुधार आदेश मिला था, जिसमें सामान्य हमले और पीछा करने के आरोपों में उन्हें दोषी ठहराया गया था।
उनके खिलाफ चल रहे मामलों और अब मिली सजा ने एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं कि पूर्व खिलाड़ी और सार्वजनिक हस्तियों के लिए जिम्मेदारी और कानून का पालन कितना जरूरी है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।