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भारत-पाक सीजफायर के बीच राजस्थान में अलर्ट, ड्रोन और धमाकों की रात के बाद लौटी शांति

भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की घोषणा के बावजूद शनिवार देर रात राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर और हनुमानगढ़ जैसे इलाकों में ड्रोन गतिविधियों और धमाकों की आवाजों ने लोगों को चिंता में डाल दिया। हालांकि भारतीय सेना ने समय रहते हर हरकत को नाकाम कर दिया और रविवार सुबह से स्थिति सामान्य बताई जा रही है।

ड्रोन गतिविधियों और धमाकों ने तोड़ी शांति
शनिवार रात जैसलमेर के जैसिंगर, रामसर और गागरिया गांवों में संदिग्ध ड्रोन देखे गए, जबकि रात 11:55 बजे छह जोरदार धमाकों की आवाजें भी सुनाई दीं। बीकानेर के खाजूवाला, बज्जू और गोडू क्षेत्रों में भी रात को आकाश में हलचल देखी गई। प्रशासन ने इन इलाकों में तुरंत ब्लैकआउट लागू कर दिया था ताकि किसी संभावित हमले से जान-माल की रक्षा की जा सके।

बाड़मेर और जोधपुर में लौटती सामान्य दिनचर्या
रविवार सुबह से बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर और फलोदी सहित कई शहरों में बाजार खुल गए हैं और सामान्य गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। बाड़मेर जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में अब सभी गतिविधियां पुनः सुचारू कर दी गई हैं और बाजार हमेशा की तरह खुले रहेंगे।

बीकानेर में अब भी सतर्कता बरकरार
बीकानेर में हालांकि जिला प्रशासन ने पूर्व में जारी सुरक्षा आदेशों की पालना के निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और जारी दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन करें। किसी भी स्थिति में अफवाहों से बचने और प्रशासनिक निर्देशों का सम्मान करने की बात कही गई है।

जैसलमेर कलक्टर ने लागू किए सख्त प्रतिबंध
जैसलमेर जिला प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए कई कड़े निर्देश लागू किए हैं। धार्मिक स्थलों, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों और संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन का फोकस जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देना है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हाई अलर्ट
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर की घोषणा की गई थी। लेकिन शनिवार रात की घटनाओं ने इस घोषणा की विश्वसनीयता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। राजस्थान सरकार ने सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है और मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी डीएम और एसपी के साथ विशेष बैठक कर मॉक ड्रिल व आपदा प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लिया।

नागरिकों से प्रशासन की अपील
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने आम जनता से संयम बनाए रखने और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने से बचने की अपील की है। सुरक्षा बल पूरी तरह चौकस हैं और किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं।

निष्कर्ष
सीजफायर की घोषणा के बाद राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भले ही रविवार को स्थिति सामान्य नजर आ रही हो, लेकिन शनिवार रात की घटनाओं ने साफ कर दिया है कि खतरा अभी टला नहीं है। प्रशासन और सेना की सतर्कता के साथ ही आम नागरिकों की जागरूकता और सहयोग इस संवेदनशील समय में बेहद महत्वपूर्ण है।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

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