बांसवाड़ा शहर में अवैध जुआ कारोबार पुलिस की सख्ती के बावजूद फल-फूल रहा है। शहर के भंडारिया रोड से सटे डूंगरे पर एक टापरा भाड़े पर लेकर अवैध क्लब संचालित किया जा रहा है, जहां लाखों रुपये का जुआ खेला जा रहा है।
गेहूं की फसल के बीच चल रहा है अवैध क्लब
सूत्रों के अनुसार, यह क्लब नहर के किनारे स्थित गेहूं की खड़ी फसल के बीच स्थापित किया गया है। दोपहर बाद से लेकर देर रात तक यहां जुए का खेल बेरोकटोक चलता रहता है। खास बात यह है कि इस ठिकाने पर सिर्फ स्थानीय जुआरी ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के रतलाम, झाबुआ और गुजरात के दाहोद से भी लोग पहुंच रहे हैं।
कब्रिस्तान के पीछे भी दूसरा जुआ अड्डा
इसके अलावा, कॉलेज रोड पर स्थित कब्रिस्तान के पीछे भी खाईवालों ने नया जुआ ठिकाना खोल रखा है, जहां हर रोज शहर के युवा बड़ी संख्या में पहुंचकर हजारों-लाखों रुपये के दांव लगा रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई नाकाफी
हाल ही में पुलिस द्वारा कुछ स्थानों पर छापेमारी की गई थी। होली से एक दिन पहले कोतवाली पुलिस और डीएसटी ने मदार कॉलोनी क्षेत्र की जाफलवाड़ी में दबिश देकर छह जुआरियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान ताश के पत्तों और 22,008 रुपये नकद बरामद किए गए थे।
शहर में स्थान बदलकर जारी है अवैध जुआ
जानकारों के अनुसार, पहले जिले के सरहदी इलाकों दानपुर और पाटन में यह अवैध जुआ संचालित किया जाता था, लेकिन पुलिस कार्रवाई के चलते खाईवालों ने बांसवाड़ा शहर में नए सूने ठिकानों की तलाश कर वहां अपना अवैध कारोबार शुरू कर दिया।
प्रशासन को सख्त कार्रवाई की जरूरत
अवैध जुए के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि प्रशासन और पुलिस इस पर सख्त कार्रवाई करें। वरना यह खेल यूं ही जारी रहेगा और युवा अपनी मेहनत की कमाई इस काले धंधे में गंवाते रहेंगे।
