टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के बाद लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। अब इस मामले में एक अहम मोड़ तब आया जब राधिका का एक निजी इंस्टाग्राम अकाउंट सामने आया, जिसकी जानकारी उनकी करीबी दोस्त हिमांशिका राजपूत की इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से मिली।
हिमांशिका ने राधिका की एक तस्वीर साझा करते हुए उन्हें उस अकाउंट पर टैग किया था। इसी में राधिका की मौजूदगी वाले इस प्राइवेट प्रोफाइल की पुष्टि हुई। बताया जा रहा है कि इस अकाउंट पर 69 फॉलोअर्स हैं, जबकि राधिका ने 68 लोगों को फॉलो किया हुआ था। हालांकि प्रोफाइल प्राइवेट है, इसलिए इसकी पोस्ट्स को सिर्फ वही लोग देख सकते हैं जिन्हें राधिका ने एक्सेस दी थी। अकाउंट पर कुल 6 पोस्ट मौजूद हैं।
‘Todo pasa por algo’ – क्या ये था राधिका का जीवन दर्शन?
इस इंस्टाग्राम अकाउंट की सबसे चर्चित बात इसका बायो है, जिसमें स्पेनिश भाषा में लिखा है: “Todo pasa por algo”, जिसका हिंदी में अर्थ होता है – “सब कुछ किसी कारण से होता है।” यह पंक्ति अब कई लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि यह न सिर्फ राधिका के जीवन के प्रति दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि मौजूदा हालात में इसे एक दार्शनिक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। यह बात कई लोगों के मन में सवाल भी खड़े कर रही है कि क्या राधिका पहले से किसी मानसिक तनाव में थी या किसी आंतरिक संघर्ष से जूझ रही थी।
पुलिस कर रही इंस्टाग्राम प्रोफाइल की गहन जांच
गुरुग्राम पुलिस ने राधिका के आईफोन को हरियाणा सरकार के तकनीकी विभाग DITECH (Department of Information Technology, Electronics & Communication, Haryana) को सौंप दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोन लॉक है और उसका पासवर्ड उसके परिवार को भी नहीं मालूम था। DITECH अब फोन को अनलॉक कर उसमें मौजूद डेटा को रिकवर करने का प्रयास कर रहा है। पुलिस का कहना है कि राधिका ने हत्या से कुछ दिन पहले ही अपने मुख्य सोशल मीडिया प्रोफाइल डिलीट कर दिए थे। ऐसे में यह नया इंस्टाग्राम अकाउंट एक बड़ा सुराग माना जा रहा है। अब पुलिस इस अकाउंट की पूरी डिजिटल हिस्ट्री खंगालेगी, यह जानने के लिए कि उसने किन-किन लोगों से बात की, किससे संपर्क में थी और क्या कोई संभावित खतरे का संकेत मौजूद था।
दोस्त का दावा बना जांच का आधार
राधिका की दोस्त हिमांशिका ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि राधिका के पिता ने यह हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की थी। पुलिस अब हिमांशिका का औपचारिक बयान भी दर्ज कर सकती है। साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि राधिका किन-किन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक्टिव थीं और वहां उनकी क्या गतिविधियां थीं।
डिलीटेड डेटा से मिल सकते हैं कई जवाब
पुलिस सूत्रों के अनुसार, DITECH की मदद से राधिका के डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। इसके माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि राधिका की हालिया चैट्स, कॉल्स और सोशल मीडिया एक्टिविटी कैसी थी। इससे मामले की तह तक जाने में बड़ी मदद मिल सकती है।
राधिका यादव की हत्या ने समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि महिलाओं की स्वतंत्रता, करियर और निजी जीवन में पारिवारिक हस्तक्षेप कहां तक जायज़ है। उनके निजी सोशल मीडिया अकाउंट के सामने आने से यह केस और भी संवेदनशील हो गया है, और पुलिस की जिम्मेदारी अब पहले से कहीं ज़्यादा बढ़ गई है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।