जोधपुर की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को एक बार फिर कोर्ट से राहत मिल गई है। गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी अस्थायी जमानत को मेडिकल आधार पर 3 सितंबर 2025 तक बढ़ा दिया है। इससे पहले राजस्थान हाई कोर्ट भी उन्हें 29 अगस्त तक अंतरिम जमानत दे चुका है। अब दोनों हाई कोर्ट उनकी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे का फैसला करेंगे।
मेडिकल रिपोर्ट का हवाला
गुजरात हाई कोर्ट ने 19 अगस्त को आसाराम की याचिका पर सुनवाई की। उनके वकील ने कोर्ट में मेडिकल रिपोर्ट पेश की, जिसमें उनकी सेहत को गंभीर बताया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, आसाराम को हृदय संबंधी दिक्कतें हैं और उनका ट्रोपोनिन लेवल असामान्य रूप से अधिक है। इसी आधार पर कोर्ट ने चौथी बार जमानत की अवधि बढ़ाने का आदेश दिया। इससे पहले 7 अगस्त को कोर्ट ने उनकी जमानत 21 अगस्त तक बढ़ाई थी।
राजस्थान हाई कोर्ट का फैसला
राजस्थान हाई कोर्ट ने भी 12 अगस्त को आसाराम की अंतरिम जमानत को तीसरी बार बढ़ाते हुए 29 अगस्त तक राहत दी थी। जस्टिस दिनेश मेहता और जस्टिस विनीत कुमार माथुर की बेंच ने यह आदेश दिया था। सुनवाई के दौरान उनके वकील ने दलील दी कि गुजरात हाई कोर्ट पहले ही जमानत 21 अगस्त तक बढ़ा चुका है। कोर्ट ने आदेश दिया कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति की जांच के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड गठित किया जाए। अब इस बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर 29 अगस्त को अगली सुनवाई होगी।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश बना आधार
गुजरात और राजस्थान हाई कोर्ट के फैसलों पर सुप्रीम कोर्ट के 30 जुलाई 2025 के आदेश का भी असर पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आसाराम स्वास्थ्य आधार पर हाई कोर्ट से जमानत अवधि बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। इसके बाद उनके वकील ने दोनों हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर कीं।
बलात्कार मामले में उम्रकैद की सजा
गौरतलब है कि आसाराम को जोधपुर की अदालत ने 2018 में नाबालिग से बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया था। यह अपराध उनके जोधपुर स्थित गुरुकुल में हुआ था। अदालत ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसके बाद से वे जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। हालांकि, बीमारियों का हवाला देते हुए वे लगातार जमानत की मांग करते रहे हैं।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।