नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ और रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख्तर ने भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली को लेकर बड़ा बयान दिया है। अख्तर ने मौजूदा गेंदबाजों को कोहली को आउट करने के लिए एक अनोखा ‘मानसिक हथियार’ अपनाने की सलाह दी है। शोएब अख्तर ने एक इंटरव्यू में कहा कि कोहली जैसा बल्लेबाज़ केवल गेंद से नहीं, बल्कि माइंडगेम से आउट किया जा सकता है। उन्होंने मज़ाकिया लहजे में कहा, “विराट से सीधे बात मत करो, उसको धक्के-धुक्के दो। उसका फोकस हटाओ। अगर वो एक बार फोकस्ड हो गया, तो पूरा मैच पलट देगा।” अख्तर का इशारा इस ओर था कि कोहली जब अपने मूड में होते हैं तो उन्हें रोकना लगभग नामुमकिन हो जाता है। इसलिए उन्हें गेंद से पहले मानसिक रूप से अस्थिर करना जरूरी है।
शोएब अख्तर का बयान क्यों बना सुर्खियां:
विराट कोहली को क्रिकेट की दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में गिना जाता है। वो टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, लेकिन वनडे और आईपीएल में अभी भी उनका दबदबा कायम है। शोएब अख्तर के इस बयान को कई लोगों ने “मनोवैज्ञानिक रणनीति” माना, तो कुछ ने इसे खेल भावना के खिलाफ भी बताया।
शोएब अख्तर बोले:“वो जब बल्लेबाज़ी में बिजी हो जाता है तो अकेले मैच जिता देता है। इसलिए उसे खुद में उलझाओ, उसके माइंड को डिस्टर्ब करो।” “आजकल के गेंदबाज़ बस बॉल डालते हैं, लेकिन कोहली जैसे बल्लेबाज़ को हराने के लिए माइंड गेम ज़रूरी है।“
माइंड गेम बनाम क्रिकेट एथिक्स
शोएब अख्तर का यह बयान खेल के मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर रोशनी डालता है। क्रिकेट में sledging और माइंड गेम्स कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन कोहली जैसे खिलाड़ी, जो अपनी आक्रामकता और ज़िद के लिए जाने जाते हैं, उनके खिलाफ यह रणनीति कितनी असरदार हो सकती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
शोएब अख्तर के इस बयान ने एक बार फिर साबित किया है कि विराट कोहली सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक मानसिक चुनौती भी हैं। उन्हें आउट करने के लिए सिर्फ तेज गेंदबाजी नहीं, बल्कि तेज सोच और रणनीति भी चाहिए।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।