राजस्थान में शिक्षकों के ट्रांसफर पर सरकार ने एक बार फिर से पर्दा डाला है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों (3rd Grade Teacher Transfer) के ट्रांसफर पर 7 साल से लगी रोक को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बड़ा बयान दिया है। राज्य के लगभग चार लाख शिक्षक अब भी अपने ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं, जबकि अन्य विभागों में कर्मचारियों के ट्रांसफर पहले ही हो चुके हैं। लेकिन सवाल यह है कि राजस्थान के शिक्षक इस बार कब राहत की सांस लेंगे?
मदन दिलावर ने कहा, “थर्ड ग्रेड के शिक्षक जो एक जिले में तैनात होते हैं, उनका ट्रांसफर उस जिले से बाहर नहीं हो सकता। सेकंड ग्रेड के शिक्षक को केवल अपने संभाग में ही ट्रांसफर किया जा सकता है, और फर्स्ट ग्रेड शिक्षक के ट्रांसफर राज्य के किसी भी कोने में हो सकते हैं। मुख्यमंत्री इस मामले पर निर्देश देंगे, तो ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।”
क्या है पूरा मामला?
- थर्ड ग्रेड टीचर्स 2018 से एक ही स्कूल में बैठे-बैठे “सेवानिवृत्ति” के करीब पहुँच रहे हैं।
- दूसरे ग्रेड वाले संभाग के अंदर ही “घूम-घूमकर परेशान हो चुके हैं।
- फर्स्ट ग्रेड वाले “लकी” हैं—उनका ट्रांसफर पूरे राजस्थान में हो सकता है!
शिक्षकों की हालत पर एक नज़र:
- “मेरा बच्चा तो बड़ा हो गया, पर मेरा ट्रांसफर अभी तक नहीं हुआ!” — एक निराश शिक्षक
- “पहले साल कहा गया—अगले साल होगा। अब लगता है, अगले जन्म में होगा!” — दूसरे शिक्षक का फिलॉसफी वाला जवाब
- “मैंने तो अपने स्कूल को ही अपना ‘घर’ समझ लिया है!” — तीसरे शिक्षक ने हार मान ली
इस मुद्दे को लेकर राजस्थान विधानसभा में भी गर्मा-गर्मी देखने को मिली थी। भाजपा विधायक कैलाश वर्मा ने जब पूछा कि आखिरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर कब होंगे, तो मदन दिलावर ने साफ किया कि यह कैबिनेट के फैसले पर निर्भर करेगा, यानी फिलहाल कोई उम्मीद नहीं दिख रही।
साल 2018 में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर खोले गए थे, लेकिन उसके बाद से शिक्षक इसी उम्मीद में हैं कि कब फिर से उनका ट्रांसफर होगा। शिक्षकों के दिल में सवाल है, “क्या कभी होगा यह ट्रांसफर या फिर हम सिर्फ इसके बारे में बातें करते रहेंगे?”

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।