जयपुर के सांगानेर थाना क्षेत्र के प्रताप नगर सेक्टर-3 स्थित श्री वीर तेजाजी मंदिर में शुक्रवार रात असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति तोड़ने की घटना में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सिद्धार्थ सिंह (34) को गिरफ्तार कर लिया है, जो मूल रूप से बिछवाल, बीकानेर का रहने वाला है और वर्तमान में जयपुर के राजापार्क में रह रहा था।
रेस्टोरेंट बंद होने से था मानसिक तनाव में
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी सिद्धार्थ सिंह का रेस्टोरेंट बंद हो गया था, जिससे वह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। इसी तनाव के कारण उसने नशे की हालत में मंदिर में तोड़फोड़ की।
एडिशनल डीसीपी आशाराम चौधरी के अनुसार, आरोपी ने एक होटल में अपने दोस्त के साथ शराब पी और फिर राजापार्क के लिए रवाना हुआ। रास्ते में उसने कुछ जानवरों को खाना खिलाया और इसके बाद मंदिर पहुंचकर पहले वीडियो बनाया। उसने मूर्तियों को तोड़ने से पहले कहा, “आपने मेरे साथ अच्छा नहीं किया,” और फिर मूर्तियों को खंडित कर दिया।
गिरफ्तारी से पहले मंगेतर को बताई गलती
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने घर पहुंचकर अपनी मंगेतर को इस घटना के बारे में बताया। उसने कहा कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है और उसने सांगानेर के मंदिर में तोड़फोड़ कर दी है। अगले दिन उसकी मंगेतर ने बताया कि मंदिर में तोड़फोड़ की वजह से विवाद बढ़ गया है।
मामले में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज
डीसीपी (ईस्ट) तेजस्विनी गौतम ने बताया कि इस घटना को लेकर सांगानेर थाने में तीन मामले दर्ज किए गए हैं:
- मंदिर पुजारी मनोज की शिकायत पर – मूर्ति तोड़फोड़ का मामला दर्ज किया गया।
- पुलिस की ओर से – सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आगजनी की कोशिश का मामला दर्ज किया गया।
- पेट्रोल पंप मैनेजर रमेश की शिकायत पर – पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ और आग लगाने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया।
घटना के बाद विरोध प्रदर्शन
मूर्ति तोड़ने की घटना से आक्रोशित लोगों ने टोंक रोड पर प्रदर्शन किया। उन्होंने टायर जलाकर विरोध जताया और आसपास की दुकानों को बंद करवाया। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने रोड पर लगे बैरिकेड्स तोड़ दिए।
पुलिस के अनुसार, हालात बेकाबू होने पर कुछ प्रदर्शनकारी पास के पेट्रोल पंप में घुस गए और आगजनी की कोशिश की। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उपद्रव करने वालों को खदेड़ा।
20 लोग हिरासत में लिए गए
पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल 20 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और प्रशासन की सख्ती
घटना के बाद कई राजनीतिक दलों और नेताओं ने इस घटना की निंदा की। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।