15 जुलाई 2025 — राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के जयपुर स्थित सरकारी आवास का बिजली बिल चर्चा में आ गया है। मंत्री के एसएमएस रोड स्थित बंगलों (नंबर 401 और 402) का बकाया बिजली बिल ₹2,17,423 तक पहुंच गया है। यह बिल लंबे समय से लंबित बताया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री ने इस बिल का भुगतान करने के लिए राज्य की ट्रेजरी (कोषागार) को फाइल भेजी थी, लेकिन इसे आपत्ति के साथ लौटा दिया गया। इस घटनाक्रम के बाद सियासी हलकों में हलचल मच गई है।
विपक्ष के तीखे सवाल
इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “जब खुद बिजली मंत्री का ही बिल बकाया है, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है? सरकार को इस पर सफाई देनी चाहिए।” वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने मंत्री पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि, “ऊर्जा मंत्री ने दो करोड़ रुपये खर्च कर अपने सरकारी आवास को फाइव स्टार होटल जैसा बना दिया है। अब मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह मंत्री का बिजली कनेक्शन भी काटेंगे, जैसे आम लोगों के काटे जाते हैं?”
मंत्री का बचाव
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हर किसी को पता है कि मंत्री आवासों के बिजली बिल का भुगतान मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से किया जाता है। पूरी जानकारी के बिना इसे राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह की फाइलें अक्सर प्रक्रिया के दौरान रोकी जाती हैं और जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
पिछला उदाहरण
गौरतलब है कि कुछ समय पहले हनुमान बेनीवाल के नागौर स्थित निजी आवास का बिजली बिल बकाया रहने पर उनका कनेक्शन काट दिया गया था, जिससे यह मामला और अधिक राजनीतिक रंग ले चुका है।

Author: manoj Gurjar
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