भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान में खेला जाना है। पहले मैच में हार के बाद सीरीज में पिछड़ी टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला निर्णायक बन गया है। मुकाबले से पहले जसप्रीत बुमराह की प्लेइंग इलेवन में वापसी को लेकर सस्पेंस बना हुआ है, जिस पर भारतीय टीम के सहायक कोच रयान टेन डेशकाटे ने अहम बयान दिया है।
बुमराह फिट, लेकिन फैसला होगा आखिरी वक्त पर
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में डेशकाटे ने कहा, “बुमराह खेलने के लिए फिट हैं, लेकिन यह तय नहीं है कि वह खेलेंगे या नहीं। वह पांच टेस्ट में से केवल तीन ही खेलेंगे — यह रणनीति पहले से तय थी। अभी हम पिच की स्थिति, कार्यभार और अगले चार टेस्ट को ध्यान में रखते हुए अंतिम फैसला लेंगे।” उन्होंने कहा कि बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट प्राथमिकता में है, और संभव है कि उन्हें लॉर्ड्स या ओवल टेस्ट के लिए बचाकर रखा जाए।
कैचिंग में होंगे बदलाव, स्लिप से हट सकते हैं जायसवाल
हेडिंग्ले टेस्ट में छह कैच छूटे, जिनमें चार मौके यशस्वी जायसवाल ने गंवाए। अभ्यास सत्र में केएल राहुल, शुभमन गिल और करुण नायर को स्लिप में अभ्यास करते देखा गया, जबकि साई सुदर्शन और नीतीश रेड्डी को गली और चौथी स्लिप में लगाया गया। डेशकाटे ने बताया कि, “हम यशस्वी का आत्मविश्वास बनाए रखना चाहते हैं, इसलिए उन्हें स्लिप से हटाया जा सकता है। उनके हाथों में दर्द भी है और हम उन्हें शॉर्ट लेग जैसे पोजिशन पर इस्तेमाल कर सकते हैं।”
एजबेस्टन में उतर सकती है दो स्पिनर्स वाली टीम
एजबेस्टन की पिच भले ही घासदार दिख रही है, लेकिन नीचे की सतह सूखी है। कोच के मुताबिक, भारत इस टेस्ट में दो स्पिनर के साथ उतर सकता है। वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव के बीच मुकाबला होगा, लेकिन बल्लेबाजी गहराई के चलते सुंदर को वरीयता मिल सकती है।डेशकाटे ने कहा, “तीनों स्पिनर्स बेहतरीन कर रहे हैं। लेकिन बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में सुंदर फिट बैठते हैं। हमें पिच की स्थिति और संभावित बारिश को भी ध्यान में रखना है।”
शार्दुल की जगह ले सकते हैं नीतीश रेड्डी
भारतीय टीम इस मैच में एक और बदलाव कर सकती है, जहां शार्दुल ठाकुर की जगह नीतीश रेड्डी को मौका मिल सकता है। डेशकाटे ने इस ओर संकेत देते हुए कहा, “नीतीश शानदार बल्लेबाजी ऑलराउंडर हैं और उनके खेलने की संभावना बहुत अधिक है। शार्दुल को पिछले टेस्ट में गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में चुना गया था, लेकिन इस बार हम अलग संयोजन आज़मा सकते हैं।”
इंग्लैंड की स्थिति और भारत का पिछला रिकॉर्ड
इंग्लैंड की टीम फिलहाल सीरीज में 1-0 से आगे है और बर्मिंघम में उसका रिकॉर्ड भी शानदार है — 56 में से 30 टेस्ट जीते हैं। भारत ने यहां अब तक एक भी टेस्ट नहीं जीता है। आठ मुकाबलों में उसे सात हार और एक ड्रॉ ही मिला है। ऐसे में यह टेस्ट भारत के लिए न केवल बराबरी का मौका, बल्कि इतिहास बदलने का अवसर भी हो सकता है।
निष्कर्ष
जसप्रीत बुमराह के खेलने पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है, लेकिन इतना तय है कि भारत इस मैच में रणनीतिक रूप से कई बदलावों के साथ उतर सकता है। बर्मिंघम में जीत के लिए टीम इंडिया को हर विभाग में सटीक संतुलन बनाना होगा।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।