बून्दी, 17 सितंबर। मेघवाल मोहल्ला स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर से रविवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। असिस्टेंट प्रोफेसर जितेन्द्र वर्मा ने बताया की शोभायात्रा से पूर्व मंदिर परिसर में मुख्य कलश एवं घोड़े की बोली लगाई गई। जो अनिल डंडवासियां और विशाल बरूंधन ने छूटी। इस दौरान पूर्व सभापति महावीर मोदी, पत्रकार विजयंत आमेरा एवं पूर्व पार्षद दिनेश ने शिरकत की। पूजन और आरती के पश्चात जयकारों के साथ शोभायात्रा अभयनाथ महादेव मंदिर के बाहर से विधिवत रूप से प्रारंभ हुई।
शोभायात्रा में स्थानीय पार्षद रोहित बैरागी शामिल रहे, शोभायात्रा में संयोजक सुनील दंडवासिया, मेघवाल समाज अध्यक्ष सुरेंद्र घोड़ावत, गोपी महाराज, जगदीश, सुरेश मेघवाल, राजेन्द्र मेघवाल, रामदेव मेघवंशी, मदन छोगन, दुर्गा लाल मेघवाल, रमेश चीफ, देवीलाल, अनिल डंडवासिया, रामपाल मेघवाल ने व्यवस्थाएं देखी। शोभायात्रा में मुख्य घोड़ी पर मेघराज बरूंधना ने नेतृत्व किया जिसके पीछे ऊंट, घोड़ी, ऊंटगाड़ी, बैंड बाजों के बीच नाचते गाते और रामसा पीर के जयकारे लगाते नवयुवक एवम् युवतियां मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।
बारिश की फुहारों के बीच शोभायात्रा अभयनाथ महादेव, मालियों की हताई सूरज जी का बड़, नाहर का चोहट्टा होकर बुलबुल का चबूतरा पहुंची जहां पर महिलाओं ने कलश धारण किए। परंपरागत वेशभूषा में सजे महिला पुरुष बाबा के जयकारे लगाते हुए मुख्य झांकी के आगे शामिल हुए। महिला मंडल से लक्ष्मी बाई, ललिता, राकेश बाई, शर्मिला, मैना, संतोष, टिंकू, सोनिया सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रही। नवयुवक मंडल से महेंद्र, निर्मल, राजकुमार, हिमालय, फूलचंद, रवि, महेश, राजू, परवीन, महावीर,प्रकाश, वेदप्रकाश, दिनेश, ओमेश, रोहित, प्रेमशंकर, निर्मल वर्मा, दिलीप, ब्रह्मप्रकाश, सुशील आदि मौजूद रहे। मन्दिर परिसर पहुंचकर शोभायात्रा संपन्न हुई तत्पश्चात पंगत प्रसादी का आयोजन हुआ। बाबा की दूज पर सभी ने घरों में चावलो का भोग बना कर मन्दिर में चढ़ाया और अच्छी बारिश और सुख समृद्धि की कामना की।
रात भर बही भजनों की बयार, जम कर थिरके लोग
शनिवार को पड़वा के जागरण का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में पीसीसी सदस्य सतीश शर्मा और पार्षद रोहित बैरागी ने शिरकत की। इस दौरान बाहर से आए कलाकारों द्वारा बेहतरीन भजनों की प्रस्तुतियां दी गई, इस दौरान मेघवाल समाज के गणमान्य लोग, आमंत्रित अतिथि एवम् सभी महिला पुरुष मौजुद रहे।