अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने बयानों को लेकर विवादों में हैं। इस बार मामला भारत और रूस के बीच ऊर्जा व्यापार को लेकर है। ट्रंप ने भारत को रूस से तेल खरीदने पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी है। लेकिन विडंबना यह है कि खुद ट्रंप को यह तक नहीं मालूम कि अमेरिका रूस से अरबों डॉलर का यूरेनियम और फर्टिलाइजर आयात कर रहा है।
व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, जो मूल रूप से 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक पर केंद्रित थी, ट्रंप से जब भारत के इस दावे पर सवाल किया गया कि अमेरिका अब भी रूस से फर्टिलाइजर, रसायन और यूरेनियम आयात करता है, तो उन्होंने कहा, “मैं इसके बारे में कुछ नहीं जानता। मुझे इसकी जांच करनी होगी।”
भारत का तीखा पलटवार
भारत ने ट्रंप की धमकियों का करारा जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। मंत्रालय ने यह भी उजागर किया कि केवल 2024 में ही अमेरिका ने रूस से $1.27 बिलियन के उर्वरक, $624 मिलियन के यूरेनियम और प्लूटोनियम, और $878 मिलियन के पैलेडियम का आयात किया है।
ट्रंप की धमकियां और दोहरा मापदंड
ट्रंप ने रूस से ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह किस स्तर पर लागू होगा। उन्होंने कहा, “मैंने कभी प्रतिशत नहीं कहा, लेकिन हम इसमें काफी कुछ करेंगे। हम देखेंगे कि अगले कुछ ही समय में क्या होता है।” भारत ने अमेरिकी नेतृत्व के इस दोहरे रवैये को उजागर किया है। भारत का तर्क है कि अमेरिका और यूरोप स्वयं रूस से बड़े पैमाने पर व्यापार कर रहे हैं, फिर भी भारत को निशाना बनाया जा रहा है।
यूरोप भी पीछे नहीं
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूरोपीय संघ ने 2024 में रूस से 67.5 अरब यूरो का माल और 17.2 अरब यूरो की सेवाएं आयात कीं। यूरोप ने पिछले साल रिकॉर्ड 16.5 मिलियन टन रूसी एलएनजी भी खरीदी। इसके अलावा रसायन, उर्वरक, इस्पात और मशीनरी जैसे क्षेत्रों में भी व्यापार जारी है।
निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ एक टैरिफ की धमकी का नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति में दोहरे मानकों के खिलाफ आवाज़ उठाने का है। भारत ने न सिर्फ अमेरिका के रवैये को चुनौती दी है, बल्कि वैश्विक मंच पर एक स्वतंत्र और निष्पक्ष नीति की मांग को भी मजबूती से रखा है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।