राजस्थान के कोटा जिले के रामगंजमंडी में सरकार द्वारा शुरू किए गए मोबाइल को लेकर हंगामा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. रामगंजमंडी नगर निगम में आयोजित शिविर में पात्र महिलाओं ने जमकर हंगामा किया, सड़क पर बैठ गईं और यातायात जाम कर दिया. शिविर में अनुचित व्यवहार और अव्यवस्था के कारण महिलाओं ने 10 दिनों में दो बार रोड जाम किया है। मंगलवार को भी महिलाएं इस बात से नाराज थीं कि उन्हें 5 दिन पहले के टोकन पर मोबाइल नहीं मिला है और वे रोज घूम रही हैं. महिलाएं शिविर के सामने सड़क जाम कर वहां बैठी थीं।
इससे सड़क के दोनों ओर भारी वाहनों का जमावड़ा लग गया। करीब एक घंटे बाद पुलिस ने महिलाओं को समझाकर सड़क से खदेड़ा और व्यवस्था में सुधार का आश्वासन दिया। करीब 1 घंटे तक सड़क जाम पर काबू पाया गया और रास्ता साफ किया गया। महिलाएं 5 से 7 दिनों तक लगातार शिविर के आसपास घूमती रहती हैं. शिविर राष्ट्रीय अवकाश के कारण 23 से 26 सितंबर तक बंद रहेगा। महिला केंद्र पर 14 और 15 सितंबर का बोर्ड लगा है, लेकिन फोन नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों से महिलाएं शिविर में आती हैं और दूर दूर से बसों,ऑटो में किराया बिगाड़ कर महिलाए कैंप आ रही है.
सुबह 11 बजे महिलाओं ने हंगामा कर नगर पालिका के सामने मुख्य सड़क पर बैठ जाम लगा कर रास्ता बंद कर दिया। करीब एक घंटे बाद पुलिस पहुंची. करीब 200 महिलाओं ने सड़क जाम कर दिया. महिलाओं ने पुलिस को समस्या बताई। और जल्द ही समाधान करने का आश्वासन दिया. ऐसे में महिलाएं पुलिस की बात मानकर सड़कों से निकल जाती हैं. यातायात पुलिस ने दोनों दिशाओं से सड़क के विस्तार को नियंत्रित किया और सड़क को जाम से मुक्त किया।
इस बीच, नगर निगम आयुक्त देवीलाल सैनी और नगर पालिका ईओ दीपक नागर ने महिलाओं से समझाइश कर प्रक्रिया सुचारू करने के लिए धरना समाप्त कराया। लेकिन जिसके बावजूद भी दिनो दिन छोटे मो टे हंगामे हो रहे है. 10 दिन में 2 हंगामा महिलाओं ने मंगलवार को सड़क जाम कर किया. जहा टोकन होने के बावजूद फोन नही मिल रहे.
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