कोटा 30 सितम्बर। विश्व हृदय दिवस के अन्तर्गत मंडल रेल चिकित्सालय कोटा के सभाकक्ष में अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुषमा भटनागर की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डॉ. इन्द्रजीत उराडिया ने बताया की अनुवांशिकता को छोड़ कर हृदय रोग का मुख्य कारण हमारी जीवन शैली है अगर हम खानपान एवं दैनिक जीवन में स्वस्थ जीवन शैली को अपनाऐ तो हृदय रोगो से बचा जा सकता है। डॉ. उराडिया ने बताया की हमें प्रतिदिन 45 मिनट ब्रिक वॉक एवं 30 मिनट योगा करना चाहिये तथा नमक, तैलीय पदार्थ, शराब, धूम्रपान इत्यादि से बचने की सलाह के साथ-साथ तनाव से दूर रहने की नसीहत दी।
दूसरे सत्र में सी.पी. आर. प्रशिक्षण का आयोजन किया गया ताकि आपातकाल में चिकित्सा कर्मी किसी जरूरतमंद की जान बचा सके। सी.पी. आर. प्रशिक्षण में लगभग 41 रेल कर्मियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में अपने उद्बोधन में डॉ. सुषमा भटनागर ने कहा कि दिल का दौरा पड़ने, गला घुटने, पानी में डूबने, बिजली का झटका लगन, धूएं से दम घुटने या जहरीली गैसों को सूंघ लेने जैसी स्थितियों में सी. पी. आर. की उपयोगिता है तथा प्रत्येक चिकित्सा कर्मी को इसकी जानकारी होनी चाहिए।