जयपुर की मालवीय नगर विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. 2008 में बनी इस सीट पर कांग्रेस पंद्रह साल से जीत की तलाश में है. भाजपा के कालीचरण सराफ इस सीट से तीन बार से विधायक हैं, जिसमें जवाहर लाल नेहरू मार्ग, टोंक रोड, गोपालपुरा बाईपास और राजपार्क जैसे महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपने उम्मीदवारों की अभी तक घोषणा नहीं की है. यही वजह है कि यहां सियासी पारा चढ़ा हुआ है.
2018 में यहाँ का मुकाबला कांटे का रहा था. यहां बीजेपी प्रत्याशी कालीचरण सराफ तीसरी बार जीते, लेकिन जीत का अंतर महज सिर्फ 1704 वोटों से रहा. कांग्रेस ने 2008 में राजीव अरोड़ा और 2013 और 2018 में अर्चना शर्मा को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि, कांग्रेस को दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था। सराफ ने 2008 में 17,558 और 2013 में 48,718 वोटों से जीत हासिल की थी।
ट्रैफिक की समस्या –
आधुनिक जयपुर का अधिकांश भाग इसी क्षेत्र से संबंधित है। यही कारण है कि यहां ट्रैफिक ज्यादा रहता है। जेएलएन रोड और टॉक रोड जैसी महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात भारी रहता है। साथ ही, स्थानीय अधिकारियों ने कई स्थानों पर सड़क के किनारे पार्किंग शुरू कर दी है, जिससे पीक आवर्स के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या बानी रहती है।
जलभराव की समस्या –
करतारपुरा नाला के किनारे कई लोगो ने अबैध झोपड़पट्टी बसा रखी हैं। बरसात के दिनों यहां जलभराव की समस्या होना आम बात है। इसे पक्का करने की बात चर्चा हो चुकी है, लेकिन अभी तक जमीन पर काम शुरू नहीं हुआ है। मालवीय नगर के कई इलाकों में क्षतिग्रस्त नालियां भी रहवासियों के लिए मुसीबत बनी हुई हैं।
पांच साल में मालवीय नगर सीट पर मतदाताओं की संख्या 1860 बढ़ गई है. 2018 में 2 लाख 13,253 मतदाता और 2023 में यह संख्या बढ़कर 2 लाख 15,123 हो गई. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 10 हजार 276 और महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 04 हजार 847 है.