विप्र सेवा ने सभी राजनीतिक दलों से सनातन धर्म की रक्षा के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर सनातन बोर्ड का गठन करने को कहा। विप्र सेना ने राजनीतिक दलों से अपने कार्यक्रमों में सामाजिक मुद्दों को शामिल करने का आग्रह किया है. विप्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सर्वेश जोशी ने आज पिंक सिटी प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 19 मार्च को विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित ब्राह्मण महापंचायत के दौरान ब्राह्मण समुदाय के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए थे। हम राजनीतिक दलों से अनुरोध करते हैं कि अब इन मुद्दों को अपने घोषणापत्र में शामिल करें और विप्र सेना की इन मांगों को पूरा करें
विप्र सेना के उपाध्यक्ष नवीन उपाध्याय, अध्यक्ष दिनेश ददिया और विप्र सेना के प्रदेश युवा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा भी कई मौकों पर मौजूद रहे। घोषणा पत्र में इन विषयों को शामिल करने की मांग राखी है. मन्दिर माफी जमीन अवैध अतिक्रमण मुक्त हो एवम् संरक्षण हेतु कानून बने. पांडित्य कर्म करने वाले पंडितऔर पुजारियों पर मारपीट गैर जमानती अपराध घोषित कर पुजारियो को सम्मानजनक भत्ता प्रदान किया जाए. ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10% से 14% किया जाए और ईडब्ल्यूएस में सभी विसंगतियों को दूर किया जाए.
नवीन उपाध्याय ने कहा कि बॉलीवुड सनातन धर्म की परंपरा को नष्ट करने वाला मीडिया बन गया है. उपाध्याय ने कहा की कि सभी कानून और कर हिंदुओं पर थोपे गये हैं। देश में गाय माता सुरक्षित नहीं है.रुकुल शिक्षा देश से लुप्त हो गई है. इन सभी की रक्षा के लिए एक सनातन परिषद का गठन किया जाना चाहिए। सनातन को कौन बचा सकता है? सनातन संस्कृति को संरक्षित करने के लिए सनातन परिषद का गठन किया जाना चाहिए। साथ ही ईडब्ल्यूएस आरक्षण व्यवस्था को सीधे तौर पर पंचायती राज में लागू किया जाए.