शाहपुरा न्यूज – पंडित गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि दीपावली हमारे सनातन धर्म का सबसे बडा त्यौहार है। दीपावली में माता लक्ष्मी की पूजन के मुहुर्त का सबसे महत्व होता है। इस बार दीपावली को शाम 5 बजकर 34 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक गृहस्थो के लिए पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहुर्त है। इसके अलावा व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए रात्री में 10 बजकर 5 मिनट से 12 बजकर 21 मिनट तक सर्वश्रेष्ठ मुहुर्त है। पं गौरीशंकर शर्मा ने बताया शुभ मुहुर्त एवं सही तिथि की गई पूजन ही फलदायी होती है। दीपावली के अलगे दिन कार्तिक शुल्क प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट पर्व मनाये जाते है।
इस वर्ष गोवर्धन पूजा दिनांक 14 नवम्बर को होगी । विद्वानों के मतानुसार गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव ये पर्व उसी दिन मनाये जिस दिन शाम को चन्द्रदर्शन न हो। गोवर्धन पूजा प्रातः काल अन्नकूट का भोग प्रतिपदा को लगता है। क्योंकि इस बार अमावस्या तिथि 12 नवम्बर को 2 बजकर 45 मिनट से 13 नवम्बर को 2 बजकर 58 मिनट तक इस वर्ष 14 नवम्बर 2023 को सूक्ष्म चन्द्रदर्शन होने की सम्भावना है परन्तु सूर्योदय के बाद प्रतिपदा होते से स्थूल चन्द्रदर्शन का अभाव मानकर 14 नवम्बर मंगलवार को ही गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव मनाया जायेगा। गोवर्धन थापन का कार्य हमेशा प्रतिपदा तिथि को प्रातः काल होता है एवं भोग दोपहर में लगाया जाता है इस कारण 14 नवम्बर को गोवर्धन पूजा होगी।