श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से राजस्थान शोक में है. लोग हत्यारों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में मुख्य हत्यारोपी रोहित राठौड़ के गांव में भी विरोध हो रहा है. नागौर के जूसरी गांव के निवासियों ने उसे दोषी ठहराने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. रोहित के पड़ोसियों के मुताबिक गोगामेड़ी समाज के प्रतिनिधि थे, लेकिन रोहित समाज के लिए शर्मिंदगी का कारण बन सकता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जूसरी के पिता सेना में थे और रिटायर होने के बाद वह जयपुर के झोटवाड़ा में बस गए थे.
छह साल पहले पिता गिरधारी सिंह राठौड़ की मौत के बाद रोहित अपनी मां के साथ रहता था। वह बचपन से ही बदमाश रहा हैं। पिता के दबाव में आकर जैसे तैसे उसने 10वीं तक की पढ़ाई तो कर ली, लेकिन उसके बाद वह पूरी तरह से बुरे काम करने लगा। इससे पहले वह छोटे-मोटे बुरे काम करता था, लेकिन बाद में वह रंगदारी, अपहरण और फिरौती के धंधे में उतर गया. इस वजह से इलाके में उसकी अफवाह फैल गई और उसके बाद बड़े अपराधियों का समर्थन पाकर वह खुद भी अपराधी बन गया.
रोहित के पड़ोसियों का कहना है कि उसका पैत्रिक घर जूसरी गांव में है, लेकिन इस घर में काफी समय से ताला लगा हुआ है. जब तक रोहित के पिता जीवित थे, तब तक वह यहां आते रहते थे, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद इस घर का ताला नहीं खुला। रोहित की एक बड़ी बहन है, वह शादीशुदा है, लेकिन रोहित अकेला है। गोगामेड़ी की हत्या की खबर जैसे ही नागौर पहुंची तो राजपूत समाज के लोग विरोध पर उतर आए. समुदाय ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया, टायर जलाए, और नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
लोगों ने रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के हत्यारों को सजा देने की मांग की और पूरे मामले की स्पीडी ट्रायल और निष्पक्ष जांच की मांग की. इससे पहले राजपूत समाज सराय में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और सभा के बाद उन्होंने शोर-शराबा किया और तस्वीरें लीं. आपको बता दें कि दो दिन पहले जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में घुसकर दो लोगों ने उन्हें गोली मार दी थी. दोनों आरोपी खुद को राजपूत समाज का आदमी बता कर चंदा मांगने के बहाने उनके घर में घुसे थे। घटना के बाद से राज्य में विधायी मुद्दा गरमा गया है.