-मखोली-मलारना डूंगर स्टेशनों के मध्य जेसीबी के रेलपथ पर गिरने एवं मजदूरों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना
कोटा। रेल कार्मिकों की सजगता, कार्यप्रणाली एवं आपदा राहत उपकरणों की कार्यशीलता को परखनें हेतु दिनांक 09 दिसम्बर को काल्पनिक दुर्घटना का दृश्य निर्मित किया गया जिसमें कोटा मण्डल के कोटा-गंगापुर सिटी खंड में लगभग 12:19 बजे मखोली एवं मलारना डूंगर स्टेशनों के मध्य किमी 1052/04-06 पर डाउन रेल पथ के समीप कार्य कर रही जे सी बी मशीन डाउन रेल पथ पर गिरने, 04-05 मजदूर दब कर गंभीर रूप से घायल होने एवं रेल संचालन बाधित होने की सूचना कार्यरत कीमेन द्वारा डिप्टी एस.एस. मखोली को दी गई।
मण्डल नियंत्रण कक्ष कोटा द्वारा डिप्टी एस.एस. मखोली द्वारा प्राप्त सूचना के बाद तुरंत गंगापुर सिटी स्टेशन से चिकित्सा राहत गाड़ी समय 12:38 बजे तथा दुर्घटना राहत गाड़ी समय 12:59 बजे एवं कोटा स्टेशन से चिकित्सा राहत गाड़ी को समय 12:39 बजे दुर्घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी कोटा विनोद कुमार मीना द्वारा समय दोपहर 13:09 बजे इसे मॉक ड्रिल (छद्म घटना) घोषित किया गया। इसका क्रियान्वयन मण्डल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी के निर्देशन एवं देख-रेख में किया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान डीआरएम मनीष तिवारी एवं अपर मण्डल रेल प्रबंधक (ओ.एंड ए.) मनोज कुमार जैन मण्डल नियंत्रण कक्ष कोटा में उपस्थित रहे तथा अपर मण्डल रेल प्रबंधक (टी.एंड आई.) आर. आर.के. सिंह अपर मण्डल रेल प्रबंधक चिकित्सा राहत गाड़ी के साथ दुर्घटना स्थल की और रवाना हुए। मण्डल के संरक्षा विभाग, यांत्रिक विभाग, कर्षण वितरण विभाग, कर्षण परिचालन विभाग, अभियांत्रिकी विभाग, वाणिज्य विभाग, रेलवे सुरक्षा बल, चिकित्सा विभाग, कार्मिक विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों नें भाग लिया।
रेल संरक्षा में सुधार एक सतत प्रक्रिया है और इसमें सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए जाते हैं। संसाधनों के रखरखाव, संरक्षा प्रक्रिया और प्रणालीगत दोषों में कमजोर क्षेत्रों की पहचान करने, दुर्घटनाओं को रोकनें एवं आपदा प्रबंधन की दृष्टि से नियमित अंतराल पर यह मॉक ड्रिल की जाती है।