Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

इस धरती पर भगवान श्री राम को लाने वाली गौ माता ही है- अविमुक्तेश्वरानंद जी शंकराचार्य

भरतपुर 16 मई।

संवाददाता दीपचंद शर्मा

आदिगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज का वीर पावन धरती भरतपुर पर” गौ प्रतिष्ठा संकल्प यात्रा राजस्थान “के अंतर्गत शुभ आगमन हुआ यात्रा संयोजक गिरधर तिवारी ने बताया की सर्वप्रथम परम पूज्य शंकराचार्य शहर के जाने-माने सी ए अतुल मित्तल के घर पहुंचे जहां उनका पादुका पूजन हुआ इसके बाद प्रमुख उद्योगपति हरिओम बंसल के घर पर पदुका पूजन हुआ,इसके उपरांत शंकराचार्य जी किला स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने श्री बांके बिहारी एवं राधा रानी के दर्शन किए तत्पश्चात मंच पर आसीन हुए । अशोक फौजदार ने परिवार सहित शंकराचार्य जी का पादुका पूजन किया वैदिक मंत्रो के साथ ब्राह्मणों ने शंकराचार्य जी की विरुदावाली का गायन किया । यात्रा संयोजक गिरधारी तिवारी ने अपने स्वागत उद्बोधन में परमपूज्य शंकराचार्य जी एवं उनके साथ पधारे हुए संतगण तथा सनातन प्रेमियों का स्वागत किया । परम पूज्य शंकराचार्य जी ने बिहारी जी मंदिर प्रांगण में आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुएकहा की गौ माता संकल्प यात्रा राजस्थान के 50 जिलों में निकलेगी गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाया जाना हमारी प्राथमिकता है । उन्होंने कहा कि गाय केवल एक पशु नहीं है बल्कि हमारी आस्था व हमारी पहचान है । गौ माता को उसका खोया सम्मान दिलाना होगा हमारी ऋषि परंपरा में गाय को मानव समाज में सर्वोच्च दर्जा प्राप्त है गौ माता में 33 कोटी देवी देवताओं का निवास है । आज देश भर में गौ हत्या हो रही है हमें अपने पूर्वजों की विरासत को संभाल कर रखना चाहिए । हमारे घर व समाज में जब गाय थी तब हमारा देश सोने की चिड़िया था हमारे पूर्वजों पर किसी का कर्ज नहीं था इसलिए हम कर्ज से मुक्त थे लेकिन आज देश का प्रत्येक नागरिक कर्ज में डूब गया है इसका कारण आज भारतवर्ष में गाय की संख्या कम होने से हमारी आर्थिक आय भी घट रही है । उन्होंने पौराणिक प्रसंगों के द्वारा मानव जीवन में गौ माता के महत्व को सनातन प्रेमियों को समझाया तथा बताया कि भगवान श्री राम ने अपने शासनकाल में 10000 करोड़ गाय दान की थी, द्वापर में नंद बाबा के यहां भी श्री कृष्ण ने गौ सेवा की थी बाबा नंद के यहां 9 लाख गाय थी इसलिए उन्हें नंद कहते थे जिसके पास 10 लाख गाय होती थी उसे बृषभानु कहते थे एवं जिसके पास 5 लाख गाय होती थी उसे उपनंद कहते थे । श्री कृष्ण द्वारका में जब रहते थे तो प्रतिदिन वह सोने के सींग एवं खुर मढी हुई 10800 गाय दान करते थे सन 1947 में जब देश आजाद हुआ था तो उस समय 78 करोड़ गाय भारत में थी लेकिन सन 2019 की पशु गणना के अनुसार भारत में केवल 17 करोड़ ही गाय बची हैं । आजादी के 75 वर्षों में देश की जनसंख्या जब 5 गुना बड़ी है तो गौ माता की संख्या निरंतर क्यों घट रही है, यह चिंता का विषय है । आज देश में प्रतिदिन लगभग 100000 गाय कट रही हैं भारत सरकार ने 2022 में 25000 टन गौ मांस का निर्यात किया था जो हम देशवासियों के लिए दुर्भाग्य की बात है । गौ माता केवल दूध ही नहीं देती बल्कि आशीर्वाद भी देती है गौ माता ने मांगने पर मनुष्य को पुत्र प्राप्ति धन प्राप्ति पुत्री प्राप्ति स्वास्थ्य लाभ प्राप्ति एवं स्वर्ग प्राप्ति तक का आशीर्वाद दिया है । गाय से प्राप्त पंच गव्य अमृत समान होते हैं इनका सेवन करने से स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ हमारे पापों का भी हरण होता है । उन्होंने आगे कहा कि जो गृहस्थ गाय की सेवा करता है उसकी लक्ष्मी बढ़ती चली जाती है भारत सरकार एवं राज्य सरकारों ने गाय को पशु की श्रेणी में मान रखा है, जबकि हमारे पूर्वजों ने गाय को माता स्वरूप माना है, दृढ़ गौ भक्त ही सच्चा हिंदू कहलाने योग्य है । हम गौ माता द्वारा दूध देना बंद कर देने पर उसे घर से बाहर छोड़ देते हैं, जबकि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए इस यात्रा के माध्यम से हम जन चेतना द्वारा घर-घर गौ माता को पुनः प्रतिष्ठा दिलाना चाहते हैं ताकि हमारा परिवार समाज एवं राष्ट्र समृद्धशाली व सुखी बने । उन्होंने आगे कहा कि इस धरती पर भगवान राम को अवतार स्वरूप में लाने वाली गौ माता ही थी । मनुष्य कई पशुओं का दूध पीकर बड़ा होता है फिर भी उन्हें माता कहकर संबोधित नहीं किया जाता क्योंकि गाय केवल दूध पिलाने के कारण माता नहीं है बल्कि धर्म अपनाने के कारण गाय हमारी माता है, हमें मनुष्य शरीर मिला है । यह बड़े सौभाग्य की बात है अतः हमें धर्म तथा परोपकार के मार्ग पर चलकर इसे सार्थक करना चाहिए । उन्होंने नारा दिया कि सत्य धर्म का नाता है, गाय हमारी माता है, अपने उद्बोधन के अंत में शंकराचार्य जी ने सभी सनातनी प्रेमियों क दाया हाथ उठवाकर संकल्प कराया तथा शपथ दिलाई कि हम एक जागरूक मतदाता होने के कारण उन्हीं पार्टियों व प्रत्याशियों को अपना वोट देंगे जो गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित कर आएंगे । धर्म सभा में हजारों की संख्या में महिला,पुरुष एवं युवा वर्ग सनातन प्रेमी व भक्तगण मौजूद रहे।

liveworldnews
Author: liveworldnews

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट

संबंधि‍त ख़बरें

सोना चांदी की कीमत