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जिला कलेक्टर ने ली आपदा प्रबंधन एवं परिवहन अभियान की बैठक

डीग 27 मई।

संवाददाता दीपचंद शर्मा

विभागवार की आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा

नगर पालिका, पीडब्ल्यूडी, पीएचईडी इरिगेशन और पंचायत समिति में कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश

आगामी मानसून की तैयारी के सम्बन्ध में प्रत्येक विभाग प्रस्तुत करेगा कंटिंगेंसी प्रपोजल

जिला कलेक्टर श्रुति भारद्वाज ने कहा कि डीग अपने अद्भुत नगर नियोजन, ऐतिहासिक स्मारकों आदि विशिष्टताओं के कारण पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। डीग में हीट वेव के मद्देनजर नागरिकों के लिए विश्राम स्थली, प्याऊ, वृक्षारोपण हेतु अन्नापूर्णा रसोई, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार आदि स्थानों को चिन्हित करने को कहा गया साथ ही यहां जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाने की बात की गई। संबंधित विभाग ये सुनिश्चित करे कि डीग वासियों को बेहतर नागरिक सुविधाएं मिले। श्रीमति भारद्वाज सोमवार को पंचायत समिति के सभागार में डीग जिले में विभिन्न विभागों की आपदा प्रबंधन के संबंध में तैयारियां, जल जीवन मिशन, रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए किए गए कार्य, 15 साल से पुराने वाहन की जानकारी, संपर्क एवं सतर्कता पोर्टल के लंबित प्रकरण, जल संरक्षण, मृदा पुनर्जीवन, कुंड, बावड़ी, तालाब सरोवर का प्रवर्द्धन, वन जल अमृत मिशन की समीक्षा एवं ब्रज चौरासी मार्ग को विकसित करने का रोडप्लैन आदि को लेकर नगरीय विकास, पुलिस विभाग एवं जिला प्रशासन की समीक्षा कर रही थी। जिला कलेक्टर ने कहा की जल संरक्षण, मोर संरक्षण व कुंडों के विकास के लिए संबंधित अधिकारी एक्सपर्ट से राय ले, सफल पर्यटन स्थलों की समीक्षा कर नए विचारों को विकास ब्लूप्रिंट रिपोर्ट में उल्लेख करना सुनिश्चित करें। बृज चौरासी मार्ग के विकास के लिए उन्होंने विशेष रूप से डीग व कामां के उपखंड अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र में पड़ने वाले मार्ग की समीक्षा कर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाएं। परिवहन विभाग के अधिकारीयों को निर्देशित किया कि वह 15 साल से पुराने वाहनों को चिन्हित करते हुए उन्हें नोटिस दें और पूरी जानकारी दे की वे दोबारा अप्लाई ना करें। उन्हें ओवरलोडिंग के संबंध में भी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं और माइनिंग को लेकर प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात की गई। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान श्रीमती भारद्वाज ने पाइप में लीकेज को रोकने, नियमित पानी सप्लाई सुनिश्चित करने, नए कनेक्शन देने, आमजन की समस्याओं को नियमित मॉनिटर व निस्तारण करने के निर्देश दिए साथ ही आंगनवाड़ी, चिकित्सा केंद्रों एवं विद्यालयों में भी पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा गया है। जिला कलेक्टर ने इस संबंध में सीइओ भरतपुर को निर्देशित किया है कि वह सत्यापित कर जानकारी दे कि कितने ग्राम पंचायत में फिलहाल पानी पहुंच रहा है। बैठक के दौरान जल जीवन मिशन के तहत बताए गए आंकड़ों को जिला कलेक्टर द्वारा असंतोषजनक पाया गया। इसे देखते हुए उन्होंने उपखंड अधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों के भौतिक सत्यापन करने, ग्राम लेवल कमेटी को एक्टिवेट करने, आवारा पशुओं के लिए प्याऊ लगवाने और कम से कम प्रत्येक उपखंड में 50 प्याऊ को तुरंत संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन जल्द ही एक ऐप भी जारी करेगा जिसके तहत आमजन ब्रज चौरासी मार्ग एवं गोवर्धन जैसे क्षेत्रों में वृक्षारोपण कर पाएंगे साथ ही वृक्षारोपण की जियो टैगिंग भी सुनिश्चित की जाएगी जिससे वह भावनात्मक तौर पर जुड़ सकेंगे।आपदा प्रबंधन के संबंध में जिला अधिकारियों से 2 दिन के भीतर कंटीन्जेंसी प्लान मांगी गई है इसके पश्चात जिले का डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जाएगा जिसके तहत आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया, राहत और पुनर्वास के कार्यों को सुनियोजित और समन्वित किया जा सकेगा। जिले के विभिन्न विभागों और संस्थाओं के बीच सहयोग और तालमेल स्थापित करने के लिए भी या आवश्यक कार्य होगा । इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर संतोष मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुमनाराम, डीडी आईसीडीएस अर्चना पिप्पल, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एसीपी विकास शर्मा सहित उपखंड अधिकारी व जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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