झुंझुनूं 30 मई।
संवाददाता दिनेश जाखड़
उपचार में कतराने व रोगी को डिस्चार्ज करने पर पीबीएम के दो चिकित्सकों व नर्सिंग ऑफिसर को नोटिस
जिला मुख्यालय के धनकड़ हॉस्पिटल में किडनी का गलत ऑपरेशन होने से पीड़ित महिला रोगी ईद बानो का उच्च स्तरीय उपचार अब जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में किया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर महिला रोगी को बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के लिए जयपुर भेजा गया है। गुरूवार को जिले के प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा एवं जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने बीडीके अस्पताल में जाकर पीडिता से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस पर दोनों ही अधिकारियों की ओर से पीडिता को बेहतरीन उपचार मुहैया करवाने का आश्वासन दिया।
महिला के उपचार की स्थिति को लेकर मेडिकल बोर्ड गठित किया गया था। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार रोगी को नेफ्रोलॉजिस्ट, यूरोलॉजिस्ट एवं क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय उपचार की आवश्यकता है। इसे देखते हुए झुंझुनूं से रोगी को लाइफ सपोर्ट एम्बूलेंस से सवाई मानसिंह अस्पताल भेजा गया। बेहतर उपचार एवं समन्वय की दृष्टि से झुंझुनूं से चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश जाखड़, नर्सिंग अधिकारी शहनवाज कुरैशी, मण्डावा तहसीलदार एवं गिरदावर को रोगी के साथ गए।
इससे पहले उपचार में कतराने एवं रोगी को असंवेदनशील तरीके से डिस्चार्ज कर देने पर राज्य सरकार ने बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के दो चिकित्सकों मेडिसिन यूनिट के हैड डॉ. बाल किशन गुप्ता, नेफ्रोलॉजी विभाग के आचार्य डॉ. जितेन्द्र फलोदिया एवं नर्सिंग प्रभारी रमजान तंवर के खिलाफ एक्शन लिया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर तीनों को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर के प्रधानाचार्य ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जिले के प्रभारी सचिव एवं जिला कलक्टर ने की पीडिता से मुलाकात
उपचार में कतराने व रोगी को डिस्चार्ज करने पर पीबीएम के दो चिकित्सकों व नर्सिंग ऑफिसर को नोटिस संवाददाता दिनेश जाखड़
झुंझुनू, 30 मई। जिला मुख्यालय के धनकड़ हॉस्पिटल में किडनी का गलत ऑपरेशन होने से पीड़ित महिला रोगी ईद बानो का उच्च स्तरीय उपचार अब जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में किया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर महिला रोगी को बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के लिए जयपुर भेजा गया है। गुरूवार को जिले के प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा एवं जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने बीडीके अस्पताल में जाकर पीडिता से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस पर दोनों ही अधिकारियों की ओर से पीडिता को बेहतरीन उपचार मुहैया करवाने का आश्वासन दिया।
महिला के उपचार की स्थिति को लेकर मेडिकल बोर्ड गठित किया गया था। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार रोगी को नेफ्रोलॉजिस्ट, यूरोलॉजिस्ट एवं क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय उपचार की आवश्यकता है। इसे देखते हुए झुंझुनूं से रोगी को लाइफ सपोर्ट एम्बूलेंस से सवाई मानसिंह अस्पताल भेजा गया। बेहतर उपचार एवं समन्वय की दृष्टि से झुंझुनूं से चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश जाखड़, नर्सिंग अधिकारी शहनवाज कुरैशी, मण्डावा तहसीलदार एवं गिरदावर को रोगी के साथ गए।
इससे पहले उपचार में कतराने एवं रोगी को असंवेदनशील तरीके से डिस्चार्ज कर देने पर राज्य सरकार ने बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के दो चिकित्सकों मेडिसिन यूनिट के हैड डॉ. बाल किशन गुप्ता, नेफ्रोलॉजी विभाग के आचार्य डॉ. जितेन्द्र फलोदिया एवं नर्सिंग प्रभारी रमजान तंवर के खिलाफ एक्शन लिया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर तीनों को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर के प्रधानाचार्य ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।