नगर परिषद में पहली बार ई-ऑक्शन, दो रात सोए नहीं बोली लगाने वाले

संवाददात दिनेश जाखड़
झुंझुनूं।

9952 रूपए से शुरू हुई बोली 1.82 लाख पर जाकर टिकी, 3.24 करोड़ में बिका एक प्लॉट

तकनीकी रूप से ना केवल नगर परिषद झुंझुनूं मजबूत हो रही है। बल्कि तकनीक के सहयोग से अपने कार्यों को अंजाम देते हुए रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रही है। ताजा रिकॉर्ड बना है एक भूखंड बिक्री का। दरअसल नगर परिषद ने बस स्टैंड के पास एक 177.67 वर्ग मीटर के भूखंड की पहली बार ई-ऑक्शन निलामी की। इस निलामी में छह बोलीदाता शामिल हुए। जिन्होंने दो रात बिना पलक झपकाए इस ई-ऑक्शन में हिस्सा लिया और 9 हजार 952 से शुरू हुई बोली को 1 लाख 82 हजार 852 रूपए तक ले गए। अंत में इस भूखंड की बोली डॉ. अजय कुमार ढाका के नाम पर लॉक हुई। आयुक्त अनिता खीचड़ ने बताया कि नगर परिषद ने अपने दो भूखंडों का पहली बार ई-ऑक्शन किया। बस स्टैंड के पास और प्रताप नगर स्कीम, दोनों जगह एक-एक भूखंड की बोली ई-ऑक्शन के जरिए 3 जुलाई 2024 से शुरू की गई थी। जो 12 जुलाई की शाम चार बजे तक लगाई जा सकती थी। बस स्टैंड के पास 177.67 मीटर का प्लॉट था। जिसकी आरक्षित दर 4400 रूपए थे। लेकिन नगर परिषद ने आरक्षित दर से लगभग दोगुना, 9952 रूपए प्रति वर्ग मीटर की दर से ई-ऑक्शन के लिए भूखंड को खुली बोली के लिए रखा। इस बोली का अंतिम समय 12 जुलाई को शाम चार बजे तक था। लेकिन इसके बाद भी करीब 37 घंटे 52 मिनट तक इसमें 2810 बार बोली लगी और अंत में 9952 रूपए से शुरू हुई बोली एक लाख 82 हजार 852 रूपए पर जाकर 14 जुलाई को सुबह पांच बजकर 52 मिनट पर बंद हुई। अंतिम बोलीदाता डॉ. अजय कुमार ढाका रहे। जो अब नगर परिषद में इस भूखंड के एवज में करीब 3.24 करोड़ रूपए जमा करवाएंगे।

हर 10 मिनट में लगानी थी बोली, इसलिए रातभर नहीं सोए
दरअसल ई-ऑक्शन में 12 जुलाई को शाम चार बजे तक तो कोई भी बोलीदाता, कभी भी बोली लगा सकता था। लेकिन 12 जुलाई की शाम चार बजे बाद बोली लगाने के बाद यदि 10 मिनट बाद कोई बोली नहीं लगाता है तो अंतिम बोली को ही फाइनल राशि मान ली जाती। ऐसे में 12 जुलाई की शाम चार बजे बाद से 14 जुलाई को सुबह पांच बजकर 52 मिनट तक हर 10 मिनट में छह बोली दाताओं ने बोली लगाई। इसलिए दो दिनों तक रातों जगकर भी बोली लगाई गई। यदि 10 मिनट का समय निकल जाता तो अंतिम बोली को ही फाइनल राशि मांग ली जाती। यही कारण है कि इस भूखंड पर 2810 बार बोली लगाई गई।

अतिक्रमण मुक्त करवाया, अब दे गया करोड़ों
आयुक्त अनिता खीचड़ ने बताया कि बस स्टैंड के पास 177.67 वर्ग मीटर जगह पर 2021 से पहले कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था। तब उन्होंने ही अपनी टीम के साथ इस जगह को ना केवल अतिक्रमण से मुक्त करवाया। बल्कि इस भूखंड पर बोर्ड और तारबंदी करके सुरक्षित किया। अब ई-ऑक्शन में यही भूखंड सवा तीन करोड़ रूपए का राजस्व नगर परिषद को देकर गया है।

अब तक का सबसे महंगा भूखंड
आयुक्त अनिता खीचड़ ने बताया कि बस स्टैंड के पास वाला यह भूखंड अब तक का संभवतया सबसे महंगा भूखंड है। क्योंकि 1 लाख 82 हजार 852 प्रति वर्ग मीटर से कोई भी भूखंड अब से पहले तक नगर परिषद ने नहीं बेचा है।

प्रताप नगर स्कीम में भी बेचा 1.05 करोड़ का भूखंड
ई—ऑक्शन में दूसरा भूखंड प्रताप नगर स्कीम में रखा गया था। जिसे लेकर भी बोलीदाताओं में उत्साह देखा गया। 181.15 वर्ग मीटर के इस भूखंड के लिए आरक्षित दर 4070 रूपए प्रति वर्ग मीटर थी। लेकिन ई-ऑक्शन में इसकी दर करीब तीन गुना ज्यादा 13 हजार 470 रखी गई थी। जिसकी बोली भी तीन जुलाई से शुरू की गई थी। लेकिन इसमें अंतिम बोली 12 जुलाई को शाम चार बजकर 23 मिनट पर लगाई गई। जो निर्धारित समय से 23 मिनट ही ज्यादा चली। इस भूखंड से नगर परिषद को एक करोड़ पांच लाख रूपए की राजस्व की प्राप्ति होगी।

ना टेंट का खर्चा लगा, ना मैन पॉवर, फिर भी सबसे ज्यादा बोली लगी
अक्सर भूखंडों की निलामी के लिए नगर परिषद इससे पहले तक टैंट आदि लगाकर निलामी करवाती थी। जिसके लिए ना केवल खर्चा लगता था। बल्कि अधिकारी और कर्मचारी भी घंटों तक निलामी करवाने में व्यस्त रहते थे। लेकिन पहली बार नगर परिषद ने ई-ऑक्शन करवाकर करोड़ों की आमदनी भी की है और खर्चा व मैन पॉवर भी बचा लिया।

इनका कहना है….
ई-ऑक्शन से पहली बार नगर परिषद ने अपने दो भूखंडों की निलामी की है। एक भूखंड की सर्वाधिक 1.82 लाख प्रति वर्ग मीटर की बोली लगी है। बोलीदाताओं ने करीब 38 घंटे नॉन स्टॉप बोली लगाई है। जिनमें दो पूरी रात शामिल है। नगर परिषद को इन दो भूखंडों से करीब 4.29 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त होगा। जिससे शहर में विकास कार्य करवाए जा सकेंगे। आगे भी भूखंडों की निलामी ई—ऑक्शन के जरिए करवाएंगे।
– अनिता खीचड़, आयुक्त, नगर परिषद, झुंझुनूं

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