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माहवारी स्वच्छता प्रबंधन एवं एनीमिया रोकथाम पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

बारां, 24 अक्टूबर गुरूवार को बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजनान्तर्गत, महिला अधिकारिता विभाग के तहत संचालित महिला सशक्तिकरण केंद्र के माध्यम से, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, माथना में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन और एनीमिया की रोकथाम के विषय पर किशोरी बालिकाओ में जागरूकता एवं अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के उद्देश्य जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में पुष्पा शर्मा, जेंडर स्पेशलिस्ट और मोनिका शर्मा सुपवाईज़र ब्लॉक बारां द्वारा कार्यशाला में उपस्थित किशोरी बालिकाओं एवं समस्त प्रतिभागीयो को कार्यशाला की रूपरेखा के बारे में बताते हुए जानकारी दी कि मासिक धर्म व माहवारी स्वच्छता केवल शारीरिक स्वास्थ्य का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास से भी जुड़ा है, जो कि स्वच्छता किशोरी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कार्यशाला को आगे बढाते हुए राजकीय जिला चिकित्सालय, बारां से महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. वीनू कटियाल और डॉ. लक्ष्मी अग्रवाल एवं डॉ. ज्योति ने मासिक धर्म और माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में किशोरी बालिकाओं को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इसे लेकर किसी भी प्रकार की संकोच या भ्रम नहीं होना चाहिए। मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का पालन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। उन्होंने माहवारी के दौरान पैड के उपयोग, उसके डिस्पोजल किये जाने, और स्वच्छता बनाए रखने के तरीके पर भी चर्चा की। कार्यशाला में विस्तृत जानकारी प्रदान करने हेतु बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन और एनीमिया के विषय पर एक शिक्षाप्रद वीडियो भी दिखाया गया। वीडियो प्रदर्शन में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन एवं सही पोषण, जैसे कि हरी सब्जियाँ और फल, एनीमिया से बचने में मदद कर सकते हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच भी आवश्यक है। एनीमिया के लक्षण थकान, कमजोरी, चक्कर आना, और चेहरे का रंग पीला होना। यदि इनमें से कोई लक्षण हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। एनीमिया के कारण, लक्षण और इससे बचने के उपायों को सरल और स्पष्ट तरीके से बताया गया कि स्वच्छता का पालन आवश्यक है। इससे संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है तथा सही आहार आयरन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे हरी सब्जियाँ, फल, और अनाज का सेवन बढ़ाना एनीमिया की रोकथाम में मदद कर सकता है।साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित रहे नीतू शर्मा जिला समन्वयक, धमेन्द्र, कार्यक्रम समन्वयक एवं सीमा मीना, ैभ्ै द्वारा तम्बाकू मुक्त अभियान के तहत बालिकाओं को तम्बाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। तम्बाकू का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह किशोरों के विकास को भी प्रभावित करता है। इस अभियान में सभी उपस्थित सभी प्रतिभागियो ने तम्बाकू मुक्त जीवन जीने की शपथ ली।
इस कार्यशाला में विजय सुमन, कमलेश यादव, विद्यालय अध्यापक, मीनाक्षी कुमारी मीणा, ग्राम साथिन माथना एवं अन्य प्रतियोगी उपस्थित रहे। सभी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अंत में महिला अधिकारिता विभाग के स्टाफ द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और बताया कि हमें अपनी किशोरी बालिकाओं को शिक्षित और सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और जीवन के विभिन्न पहलुओं में सफल हों। महिला अधिकारिता विभाग न केवल किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य के लिए, बल्कि समग्र समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में कार्यरत है। इसी प्रयास का संदेश देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
बारां राजस्थान

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