जयपुर की महेश नगर थाना प्रभारी कविता शर्मा एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार वजह है उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में छात्रों के बेहोश होने को लेकर उनका विवादित बयान, जिसमें उन्होंने घटना का कारण “किचन का तड़का” बताया। इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर कविता शर्मा को जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
बीती रात महेश नगर थाना क्षेत्र में स्थित उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में 10 छात्रों की अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके चलते वे बेहोश हो गए। घटना के बाद सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले को लेकर एसीपी योगेश चौधरी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कक्षा के अंदर गटर की बदबू और बंद खिड़कियों की वजह से कमरे में सफोकेशन हो गया, जिसके कारण छात्र बेहोश हुए। लेकिन इस बीच इंस्पेक्टर कविता शर्मा ने एसीपी को टोकते हुए कहा कि, “ऊपर किचन है, वहां किचन का तड़का लगा होगा और उसकी स्मेल से बच्चे बेहोश हो गए।”
सोशल मीडिया पर बवाल
कविता शर्मा का यह बयान जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
- एक यूजर ने लिखा: “किचन के तड़के से अगर लोग बेहोश होते, तो हर घर में लोग गिरते पड़ते दिखते।”
- वहीं एक अन्य यूजर ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को टैग करते हुए लिखा: “बाबा, ये तो वही फर्जी थानेदार निकलीं, जो कह रही हैं कि तड़का लगने से बच्चे बेहोश हो गए!”
किरोड़ी लाल मीणा से पुराने विवाद की याद
महेश नगर थाना प्रभारी कविता शर्मा इससे पहले कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के साथ विवाद के चलते चर्चा में आ चुकी हैं। कुछ समय पहले एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही युवतियों को जब कविता शर्मा थाने ले जाने लगीं, तो मौके पर पहुंचे मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने उनका विरोध किया और आरोप लगाया कि कविता शर्मा पुलिस की ताकत का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। इसके बाद मामला गरमाया और कविता शर्मा ने किरोड़ी लाल मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी थी। वहीं, मंत्री मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कविता शर्मा को “फर्जी थानेदार” तक कह दिया था।
‘किचन का तड़का’ बयान से बढ़ा विवाद
अब उत्कर्ष कोचिंग हादसे में ‘किचन का तड़का’ बयान के बाद विवाद फिर से बढ़ गया है। सोशल मीडिया पर लोग कविता शर्मा के बयान को गैर-जिम्मेदाराना बता रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतनी गंभीर घटना को इतना हल्के तरीके से कैसे लिया जा सकता है?
अधिकारियों की सफाई
हालांकि एसीपी योगेश चौधरी ने इस मामले को लेकर स्पष्ट किया है कि छात्रों की बेहोशी का मुख्य कारण गटर की बदबू और कमरे में सफोकेशन था। उन्होंने कहा कि जांच में यह तथ्य सामने आया है कि कमरे की वेंटिलेशन सही न होने के चलते यह स्थिति पैदा हुई।
बढ़ता विवाद और जांच की मांग
इस पूरे प्रकरण को लेकर एक ओर जहां कविता शर्मा सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं, वहीं विपक्षी दलों और स्थानीय नेताओं ने घटना की गहराई से जांच की मांग की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या महेश नगर थाना प्रभारी कविता शर्मा के बयान पर कोई आधिकारिक कार्रवाई होती है या यह मामला सोशल मीडिया पर ही सुलझता है। फिलहाल, उनका ‘किचन का तड़का’ बयान एक बार फिर उन्हें विवादों के केंद्र में ले आया है।