जयपुर: राजधानी जयपुर स्थित उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में छात्रों के बेहोश होने की घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। इस घटना के बाद राजस्थान के नए कोचिंग हब शेखावाटी (सीकर और झुंझुनूं) में छात्र संगठनों और युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। छात्रों ने सरकार और प्रशासन से कोचिंग संस्थानों की निगरानी बढ़ाने और सख्त नियम लागू करने की मांग की है।
शेखावाटी में छात्र संगठनों का विरोध प्रदर्शन
झुंझुनूं और सीकर में छात्र संगठन एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) के बैनर तले प्रदर्शन हुए। बुधवार को झुंझुनूं और आज सीकर में छात्रों ने सड़क पर उतरकर जयपुर की घटना पर प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाई। एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष जाखड़ के नेतृत्व में सीकर में विरोध प्रदर्शन किया गया, जहां छात्रों ने कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
छात्रों की प्रमुख मांगें
- सुरक्षा मानकों का पालन: कोचिंग संस्थानों और प्राइवेट स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा के लिए सख्त नियम लागू किए जाएं।
- निरीक्षण कमेटी: जिला प्रशासन द्वारा निगरानी कमेटी गठित की जाए, जो नियमित रूप से कोचिंग सेंटर और स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करे।
- अधिकारियों की जवाबदेही: संस्थानों द्वारा नियमों के उल्लंघन पर प्रशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
- भीड़ पर नियंत्रण: एक ही क्लासरूम में 500 छात्रों को पढ़ाने जैसी लापरवाही पर रोक लगाई जाए।
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपा
सीकर में छात्रों ने कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। नारेबाजी के बीच छात्रों ने प्रशासन को कोचिंग सेंटरों और प्राइवेट स्कूलों में जारी अनियमितताओं को उजागर करने के लिए ज्ञापन सौंपा।
एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष जाखड़ ने कहा,
“शेखावाटी के कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा नियमों की अनदेखी हो रही है। जयपुर के उत्कर्ष कोचिंग हादसे जैसी घटनाएं यहां भी हो सकती हैं। सरकार और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी होगी।” छात्रों ने प्रशासन से स्पष्ट कार्रवाई की मांग की और सरकार को आगाह किया कि अगर शेखावाटी क्षेत्र में किसी भी तरह का हादसा हुआ, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी।
क्या है जयपुर उत्कर्ष कोचिंग हादसा?
जयपुर में उत्कर्ष कोचिंग के क्लासरूम में अचानक छात्रों के बेहोश होने की घटना सामने आई थी। विशेषज्ञों के मुताबिक, भीड़भाड़, वेंटिलेशन की कमी और मानसिक तनाव के कारण यह हादसा हुआ। इसके बाद राज्य में कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
अगले कदम
छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ही कार्रवाई नहीं की, तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही, स्थानीय प्रशासन को कोचिंग और स्कूलों के निरीक्षण की प्रक्रिया तेज करनी होगी।