29 दिसंबर 2024 | एमसीजी, मेलबर्न भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने पहले टेस्ट शतक के साथ इतिहास रच दिया। एमसीजी के प्रतिष्ठित मैदान पर 114 रनों की शानदार पारी खेलकर उन्होंने भारत को पहली पारी में 369 रन तक पहुंचाने में मदद की। इस पारी के साथ उन्होंने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया, जो उनकी टेस्ट क्रिकेट में काबिलियत पर सवाल उठाते थे।
आलोचकों को जवाब देने का जज़्बा
मैच के बाद नीतीश ने कहा, “कई लोग कहते थे कि आईपीएल खेलने वाला युवा टेस्ट में नहीं टिक सकता। मैं उन्हें गलत साबित करना चाहता था। मेरा सपना था कि मैं भारतीय टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं।”
रेड्डी ने बताया कि वह अपनी बल्लेबाजी पर लगातार काम कर रहे थे। “पिछले दो-तीन सालों से मैंने अपनी तकनीक और खेल में सुधार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। यह शतक सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि मेरे पिता के बलिदानों के लिए भी है,” उन्होंने कहा।
पिता के बलिदानों का जिक्र
नीतीश ने भावुक होकर अपने पिता का जिक्र किया, जिन्होंने उनके क्रिकेट करियर के लिए अपनी सरकारी नौकरी तक छोड़ दी। उन्होंने कहा, “जब मैं राज्य स्तर पर भी नहीं खेला था, तब मेरे पिता ने मुझ पर विश्वास किया। वह हमेशा मेरे साथ रहे और मेरे सपने को पूरा करने में मदद की।”
विराट कोहली से प्रेरणा
विराट कोहली को अपना आदर्श मानने वाले नीतीश ने बताया कि कोहली ने शतक के बाद उनकी तारीफ की। “उन्होंने मेरे पास आकर कहा, ‘तुमने शानदार खेल दिखाया, टीम को वापस खेल में लाने का काम किया।’ यह मेरे लिए सपने जैसा पल था।”
टीम को नई उम्मीद
रेड्डी की पारी ने न केवल टीम को स्थिरता दी, बल्कि अंतिम दिन के लिए जीत की उम्मीद भी जगाई। उन्होंने कहा, “हमारे पास उनकी आखिरी विकेट लेने और लक्ष्य का पीछा करने का अच्छा मौका है। पहली पारी की गलतियों को सुधारते हुए हम मजबूती से वापसी करेंगे।”
रेड्डी का करियर ग्राफ
नीतीश कुमार रेड्डी ने अब तक 6 टेस्ट पारियों में 58 की औसत से 293 रन बनाए हैं। यह प्रदर्शन दिखाता है कि वह भारतीय क्रिकेट का उज्ज्वल भविष्य हैं।
यह पारी न केवल उनकी कड़ी मेहनत का प्रमाण है, बल्कि उनके समर्पण और आत्मविश्वास का भी परिचायक है। भारतीय क्रिकेट को एक और मजबूत खिलाड़ी मिल गया है।