खंडवा, 26 जनवरी 2025: गणतंत्र दिवस के मौके पर खंडवा जिले के हरसूद तहसील के कसरावद गांव में मिड-डे मील खाने के बाद 60 से अधिक स्कूली बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से अभिभावकों में आक्रोश है, वहीं प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
झंडा वंदन के बाद मिड-डे मील का आयोजन
हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस पर कसरावद के सरकारी स्कूल में झंडा वंदन के बाद बच्चों को मिड-डे मील के तहत खीर, पूड़ी, सब्जी और हलवा परोसा गया। दोपहर में खाना खाने के कुछ घंटों बाद ही बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। रविवार शाम तक 40 बच्चों को हरसूद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार को स्थिति और गंभीर हो गई जब 20 और बच्चों ने स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की और उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अस्पताल में बिस्तरों की कमी होने के कारण कई बच्चों का इलाज जमीन पर करवाना पड़ा।
मां नर्मदा स्वयं सहायता समूह पर कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने मिड-डे मील तैयार करने वाले मां नर्मदा स्वयं सहायता समूह को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया। उनकी जगह नए स्वयं सहायता समूह को भोजन बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
फूड सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए
घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और फूड इंस्पेक्टर की टीम ने स्कूल से बचा हुआ भोजन एकत्रित किया। फूड सैंपल को जांच के लिए भोपाल की प्रयोगशाला में भेजा गया है। खंडवा के कलेक्टर कुमार सिंह ने हरसूद के एसडीएम को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
परिजनों का आक्रोश, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद उनके अभिभावकों में भारी गुस्सा है। परिजनों का आरोप है कि प्रशासन ने भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं की, जिसके चलते बच्चों की जान खतरे में पड़ गई।
अस्पतालों में अव्यवस्था
अस्पताल में बच्चों की संख्या ज्यादा होने के कारण बिस्तर कम पड़ गए। मजबूरन कई बच्चों को जमीन पर लिटाकर इलाज करना पड़ा। इस अव्यवस्था ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कलेक्टर बोले: दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
खंडवा कलेक्टर कुमार सिंह ने कहा कि प्राथमिक जांच में यह फूड पॉयजनिंग का मामला लग रहा है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, और बच्चों के इलाज में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी।