दौसा (राजस्थान):
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर 14 दिन पहले एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि बिहार निवासी आशानंद उर्फ पांडे शर्मा की गोली मारकर हत्या की गई थी और इसके पीछे उसकी पत्नी के अवैध संबंध थे। पुलिस ने इस मामले में गाजियाबाद निवासी धर्मेंद्र कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया है।
हत्या की गुत्थी ऐसे सुलझी
10 फरवरी 2025 को कोलवा थाना क्षेत्र के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट पर एक अज्ञात युवक का शव मिला था। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और पहचान के प्रयास शुरू किए। सीसीटीवी कैमरों और तकनीकी जांच की मदद से मृतक की पहचान बिहार निवासी आशानंद उर्फ पांडे शर्मा के रूप में हुई।
पुलिस ने जब मामले की गहराई से जांच की तो पता चला कि आशानंद की हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई थी। उसकी पत्नी का आरोपी धर्मेंद्र कुमार शर्मा से संबंध था, और जब आशानंद उनके रिश्ते में रोड़ा बनने लगा, तो उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची गई।
कैसे की गई हत्या?
आरोपी धर्मेंद्र गाजियाबाद से कार लेकर जयपुर आया और आशानंद को झांसा देकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया। फिर वह उसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट तक ले गया, जहां उसने आशानंद को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। शव को एक्सप्रेस वे पर फेंककर आरोपी फरार हो गया।
सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज
पुलिस ने शव मिलने के बाद एक्सप्रेस वे के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इससे पता चला कि मृतक को आखिरी बार आरोपी के साथ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने धर्मेंद्र को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया।
मजदूर था मृतक, परिवार का सदस्य ही निकला हत्यारा
पुलिस के मुताबिक, आशानंद जयपुर के विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में एक ट्रांसफार्मर फैक्ट्री में मजदूरी करता था। आरोपी धर्मेंद्र उसका परिवार का ही सदस्य था, जो अक्सर घर आता-जाता था। इसी दौरान उसका आशानंद की पत्नी से अवैध संबंध बन गया।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
कोलवा थानाधिकारी अजय सिंह ने बताया कि अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। पुलिस की टीम में प्रेमनारायण, समयसिंह, हरिशंकर, राजेन्द्रप्रसाद, फूलसिंह, धारासिंह, श्यामलाल, विनेश कुमार, जयसिंह, कमलेश, दशरथ, बलवीर और मनोज शामिल रहे।
बढ़ते अवैध संबंध और अपराध
यह मामला दिखाता है कि अवैध संबंध कई बार जानलेवा साबित हो सकते हैं। पुलिस अब इस केस से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है ताकि साजिश में शामिल सभी लोगों को कानून के दायरे में लाया जा सके।
